मुख्यमंत्री के बीच-बचाव से सुलझी दो विधायकों के बीच की जंग

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(देहरादून) मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हस्तक्षेप के बाद भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के बीच चल रहे विवाद का पटाक्षेप हो गया। मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक के बाद दोनों विधायकों ने एक सुर में कहा कि दोनों के बीच कोई मासला नहीं था। यह घर की बात थी, अब सब ठीक है।

भाजपा विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन और देशराज कर्णवाल के बीच तकरीबन एक माह से जुबानी जंग चल रही थी। इसकी शुरुआत लोकसभा चुनावों के लिए टिकट पर दावा करने से हुई थी। हालात यहां तक पहुंचे की दोनों ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप लगाए। यहां तक कि कुंवर प्रणव चैंपियन ने तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर नोट से हटाकर बाबा साहब आंबेडकर की तस्वीर लगाने की पैरवी तक कर डाली। इससे पार्टी की खासी किरकिरी हो रही थी। पार्टी आलाकमान भी इसे पूरे घटनाक्रम से खासा नाराज था। पार्टी के बार-बार समझाने के बावजूद जब दोनों ने बयानबाजी बंद नहीं की तो दोनों को अनुशासनहीनता पर नोटिस भेज कर दस दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया। इसके बाद दोनों विधायकों के तेवर कुछ नरम पड़े।

पार्टी ने दोनों विधायकों को मुख्यमंत्री आवास पर तलब किया। गुरुवार सुबह भाजपा प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल के साथ कुंवर प्रणव चैंपियन और देशराज कर्णवाल और उनकी पत्नी वैजयंती माला मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। सूत्रों की मानें तो यहां दोनों विधायकों को अनुशासन के दायरे में रहने की सख्त हिदायत दी गई। पार्टी नेतृत्व की नाराजगी की जानकारी देते हुए कार्रवाई की बात कही गई। सूत्रों की मानें तो इसके बाद दोनों विधायकों के तेवर ढीले पड़े और दोनों विवाद का पटाक्षेप करने पर सहमत हुए। विवाद के पटाक्षेप के बाद दोनों विधायकों ने मुख्यमंत्री के साथ एक साथ अपनी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर साझा की।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने इस प्रकरण पर कहा कि अब दोनों विधायक एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी नहीं करेंगे। दोनों विधायकों को मर्यादा में रहने की हिदायत दी गई है। इस तरह की जुबानी जंग बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।