मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला को सीएम का सचिव बनाया गया था।कुमायूं कमिश्नर के तौर पर राजीव रौतेला की अब तक की पारी सराहनीय रही है। वे कुमायूं मण्डल में लगातार क्षेत्र भ्रमण करते रहे हैं। उन्होंने कुमायूं में जिलों की प्रशासनिक मशीनरी को कसा है। कमिश्नर कुमायूं राजीव रौतेला के सीएम सचिवालय में आने से मुख्यमंत्री को अब कुमायूं की समस्याओं को दूर करने में काफी सहूलियत रहेगी। रौतेला अब कुमायूं में ही मुख्यमंत्री सचिवालय का काम देखेंगे। अब कुमायूं के लोगों को अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए देहरादून आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कुमायं की समस्याएं वहीं हल हो सकेंगी। इससे वहां के लोगों को बहुत राहत मिलेगी।
बङे पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल से मुख्यमंत्री ने शासन-प्रशासन की ओवर हीलिंग करने के संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी व सचिव राजीव रौतेला की तैनाती से निश्चित तौर पर सीएम सचिवालय के काम में और दक्षता आएगी। राधा रतूड़ी व राजीव रौतेला दोनों अधिकारियों की छवि आम जन के बीच ईमानदार व रिजल्ट आॅरिन्टेड अधिकारी के रूप में है। अब सीएम सचिवालय की शासन पर पकड़ और अधिक मजबूत होगी। निश्चित तौर पर दोनों अधिकारियों के अनुभव व दक्षता का लाभ मिलेगा।
युवा अधिकारी नितेश झा को गृह विभाग का जिम्मा देकर मुख्यमंत्री ने पुलिस महकमे को मजबूत करने की कोशिश की है। झा केंद्र में प्रतिनियुक्ति के दौरान गृह मंत्रालय में रहे हैं। अपनी कार्यप्रणाली से उन्होंने वहां अपना स्थान बनाया था। उम्मीद की जा रही है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के दौरान उनके अनुभव का लाभ राज्य में पुलिस महकमे को चुस्त दुरूस्त बनाने में मिलेगा। सचिव नितेश झा ईमानदार, अनुभवी व परिश्रमी अधिकारी हैं, मुख्यमंत्री ने उन पर विश्वास जताया है। अपने विश्वासपात्र को गृह विभाग देकर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था उनकी पहली प्राथमिकता है।
आबकारी विभाग राज्य सरकार के महत्वपूर्ण विभागों में है। ऐसे में प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन को इस विभाग की कमान देकर स्पष्ट संदेश दिया गया है। आनंद बर्द्धन की छवि कर्मठ व कडक मिजाज अधिकारी के तौर पर रही है। उम्मीद की जा रही है कि आबकारी विभाग को कसने के लिए आनंद बर्द्धन को लाया गया है। दीपेंद्र चैधरी भी ईमानदार अधिकारी के तौर पर पहचाने जाते हैं। आंनद बर्द्धन व दीपेंद्र चैधरी के पास आबकारी विभाग आने से आने वाले में समय में कई सुधार देखने को मिलेंगे।
खनन भी राज्य की आय का बड़ा स्त्रोत है। खनन को लेकर कई तरह की चर्चाएं रहती हैं। मेहरबान सिंह बिष्ट की गिनती मुख्यमंत्री के खास अधिकारियों में की जाती है। उन्हें खनन विभाग की जिम्मेदारी देने से अब खनन विभाग पर मुख्यमंत्री की सीधी नजर रहेगी।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर को नागरिक उड़डयन विभाग देकर काम करने वाले अधिकारी को महत्ता दिए जाने का एक संदेश दिया गया है। जावलकर भी अपनी ईमानदार व कार्यनिष्ठ छवि के लिए जाने जाते हैं। प्रदेश के अनछूए क्षेत्रों को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए हेली सर्विस को मजबूत किए जाने पर जोर दिया जा रहा है। अब सचिव पर्यटन को ही सचिव नागरिक उड़डयन का प्रभार देने से उम्मीद की जा सकती है कि राज्य में पर्यटन को नया मुकाम मिलेगा। हाल ही में हुई प्रशासनिक फेरबदल में युवा अधिकारियो को तरजीह दी गई है। कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने शासन प्रशासन को बूस्ट अप किया है।