मुख्यमंत्री रावत ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में 2019 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं वर्षगांठ मनाये जाने के सम्बन्ध में गठित समिति की समीक्षा बैठक ली। इस सम्बन्ध में 2 मई 2018 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।
बैठक में ग्राम स्वच्छता, स्वराज, पेयजल, काॅपरेटिव क्षेत्रों में होने वाले कार्यों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण एवं शहरी शौचालयों के निर्माण हेतु बेसलाइन सर्वे के बाद जो घर अभी भी शौचालय विहीन हैं, उनका सर्वे किया जाए। राज्य अपने वित्तीय संसाधनों से एवं मनरेगा के तहत स्वच्छता अभियान में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि सामुदायिक शौचालयों के लिए विधायक निधि से भी विधायक कार्य करा सकते हैं । मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों में अभी तक शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था पूर्ण रूप से नहीं है, शिक्षा विभाग से उनकी सूची ली जाए।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत उत्तराखण्ड का ग्रामीण क्षेत्र पूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त हो चुका है। जबकि उत्तराखण्ड का शहरी क्षेत्र भी लगभग खुले में शौच से मुक्त हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल आपूर्ति के लिए दीर्घकालिक योजनाओं पर गम्भीरता से विचार करना जरूरी है। सरकारी भवनों, स्कूलों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करने को कहा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वच्छता, स्वराज, पंचायतीराज, पेयजल आदि के सम्बन्ध में बैठक कर विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाए।