कोरोना काल से प्रदेश के बंद पड़े कॉलेज और विश्वविद्यालय पूरी तरह सोमवार से दोबारा खुल गए। इससे विद्यार्थियों में उत्साह है। काॅलेज आने के लिए अभिभावकों की सहमति अनिवार्य है। सुरक्षा के लिहाज से काॅलेज परिसर को सेनेटाइज किया गया है। विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था शारीरिक दूरी के नियम के दायरे में की गई है।
देहरादून के डीएवी, डीबीएस, एसजीआरआर, एमकेपी पीजी कॉलेज,पैरामेडिकल-नर्सिंग कॉलेजों में शासन की गाइडलाइन के तहत कक्षाएं शुरू की गईं। छात्र अपने अभिभावकों के सहमति पत्र के साथ पढ़ने पहुंचे।कॉलेज गेट में सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। पहले दिन विद्यार्थियों की भीड़ कम रही। छात्रों के लिए मास्क को अनिवार्य किया गया है।
छात्रों का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई से उन्हें समझने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। ऑफलाइन पढ़ाई से विषय को समझने में आसानी होगी।
प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा आनंदवर्द्धन ने बताया, कोविड के हालात अब सामान्य हो चुके हैं। इसलिए सभी कॉलेजों को नियमित पढ़ाई शुरू करने को कहा गया।
अभी तक कोरोना महामारी के कारण पहले एवं अंतिम सेमेस्टर के छात्र ही प्रैक्टिकल के लिए कॉलेज आ रहे थे। कोविड के कारण बंद उच्च शिक्षण संस्थानों को खोलने के क्रम में सरकार ने 15 दिसम्बर से कॉलेजों में आंशिक रूप से छात्रों का प्रवेश बहाल किया था। अब उच्च शिक्षा विभाग ने सभी डिग्री कॉलेजों में नियमित पढ़ाई का आदेश दिया है। यह आदेश सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों पर एक समान लागू होगा।