चम्पावत- चोरी ऊपर से सीनाजोरी की यह कहावत चरितार्थ होती है सरस्वती विद्या मंदिर के स्कूल प्रबंधक पर। जिनके द्वारा दो नाली जमीन खरीद कर 13 नाली पर कब्जा किया गया है और आने-जाने वालों का रास्ता बंद कर दिया है।वहीं जब बगल में एक फौजी ने जमीन खरीद कर रास्ता बनाने की कोशिश की तो प्रबंधक बच्चों संग धरने पर बैठ गये और हमारी सरकार है। हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता है,त ये डायलोग बोल कर प्रशासन पर अपनी हनक जमाने लगे।बाराकोट निवासी फौजी रमेश नाथ ने सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के पास तीन नाली जमीन खरीद कर रास्ता बनाने लगा तो स्कूल प्रबंधक ने मना कर दिया। प्रबंधक के अनुसार वो जमीन स्कूल की बतायी गयी। जिसमें रास्ता बनाने का प्रबन्धक ने विरोध किया। इस पर फौजी रमेश ने घटना की शिकायत एसडीएम सीमा विश्वकर्मा से कर रास्ता देने की मांग की। जब एसडीएम ने पटवारी व कानूनगो को मामले की जांच के लिए भेजा तो पता चला कि स्कूल प्रबंधक ने दो नाली 10 मुट्ठी जमीन खरीदी थी। जबकि उसका भवन चार नाली व दो से तीन नाली में फिल्ड समेत करीब 13 नाली सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था। पास में ही विष्णु दत्त नाम के व्यक्ति ने एक नाली जमीन खरीद कर दो नाली सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। पटवारी ने एसडीएम को घटना की जानकारी दी। एसडीएम ने पटवारी ने तीन फिट रोड बनाने का आदेश दिया। जब फौजी सड़क बनाने लगा तो स्कूल प्रबंधक बच्चों संग हंगामा करने लगा।
जबकि एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने बताया कि स्कूल प्रबंधक ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया और उल्टा धौंस दिखा रहा है। पटवारी व कानूनगो से जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जमीन पर कब्जा करने वालों का चालान किया जाएगा।