देहरादून, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत पर विधायकों की खरीद-फरोख्त स्टिंग प्रकरण को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच के भय से कांग्रेस पूरी तरह सहमी हुई है। इसे लेकर कांग्रेस केंद्र और राज्य सरकार पर जांच को प्रभावित करने और विपक्ष को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उत्तराखण्ड कांग्रेस अब हरीश रावत प्रकरण को लेकर सरकार के खिलाफ पूरी एकजुटता के साथ खड़ी है और सड़क से लेकर जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंद्रा हदृयेश, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में हरीश रावत के समर्थन में खुल कर सामने आए। सभी नेताओं ने एक सुर में केन्द्रीय जांच एजेंसियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सत्ता की मद में सरकार कांग्रेस नेताओं को परेशान कर रही है लेकिन हम इससे डरने वाले नही है।
अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए कहा कि राजनीतिक आवाज को दबाने के लिए भाजपा लोकतंत्र का गला घोंट रही है लेकिन हमें न्यायापालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने पूर्व सीएम व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का बचाव करते हुए कहा कि जिनकी सरकार गिरी उन्हें ही आज राजनीतिक स्वार्थ के चलते बलि का बकरा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता संभालने के समय से लेकर लेकर आज तक त्रिवेन्द्र सिंह रावत जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। सत्ता पक्ष में बैठे लोग कितना भी बड़ा भ्रष्टाचार कर ले वो जांच के दायरे में नहीं आते क्योंकि वे सरकार के लाडले हैं। ऐसे में सरकार और उसका तंत्र कितनी ईमानदारी से काम कर रहा है यह कहने की आवश्यकता नहीं। फिर भी हम न्यायपालिका पर विश्वास करते हैं।
जांच के नाम पर दोहरा रवैया
प्रीतम सिंह ने हरीश रावत और सरकार के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक ही व्यक्ति ने स्टिंग किया है, लेकिन जांच के नाम पर दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है। यही भाजपा सरकार की असली चाल और चरित्र हैं। जबकि स्वयं मुख्यमंत्री अपने स्टिंग का सीबीआई से जांच कराते तो भ्रष्टाचार की नीयत और उनकी नीति का सही पता चलता। लेकिन सरकार जांच के नाम पर हरीश रावत अन्य कांग्रेसियों का उत्पीड़न करने में लगी हुई है।
जांच के नाम पर विपक्ष की आवाज दबा रही भाजपा सरकार: नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने हरीश रावत का बचाव करते हुए कहा कि जांच एजेंसिया उन्हें बेवजह परेशान कर रही है। भाजपा सरकार राज्य से लेकर देशभर में ऐसी ही खेल में मशगूल है। डबल इंजन की सरकार राजनीतिक इच्छा शक्ति को दबा रही है। कहा कि सरकार के इशारों पर जांच को प्रभावित किया जा रहा है जिसके गंभीर परिणाम होंगे। हम सरकार के गलत कदमों से डरने वाले नहीं हैं।
डेंगू पर इंदिरा का पलटवार
इंदिरा हृदयेश ने सीएम के बयान की निंदा करते हुए कहा कि, “मुख्यमंत्री कांग्रेस डेंगू बहाने नाकामियां छिपाने की कोशिश कर रहे है। ऐसे छोटी बयानबाजी के वजाए जनता की डेंगू और स्वास्थ्य पर गंभीर होते तो बेहतर होता है।”
अब तक की सबसे कमजोर सरकार: किशोर
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा,” कि जब-जब राज्यों व देश में चुनाव आता है भाजपा सरकार घोटाला व जांच का मुदृा उछाल कर जनता को गुमराह करती है। प्रदेश में अब तक 19 सालों की सरकार में ऐसी सरकार नहीं देखी गई जो काम कम, उत्पीड़न व भ्रष्टाचार में ज्यादा ध्यान केन्द्रित कर रही है। कहा कि हरीश रावत पर गलत निर्णय आया तो एक-एक कांग्रेसजन सरकार के खिलाफ जेल भरो आंदोलन का काम करेंगे।” प्रेस वार्ता में कांग्रेस के केन्द्रीय सचिव प्रकाश जोशी, केदारनाथ विधायक मनेाज रावत, आदेश चौहान, महानगर अध्यक्ष लालचंद शार्मा सहित अन्य मौजदू रहे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत पर नैनीताल हाईकोर्ट में 20 सितंबर को विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर सुनवाई है। बताया जा रहा है कि सीबीआई उन्हें इस दिन गिरफ्तार भी कर सकती है। वर्ष 2017 में उत्तराखंड के तत्कलीन मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले का स्टिंग सामने आया था। इसके बाद उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार गिरी और सरकार गिरने के बाद राज्यपाल की संस्तुति से हरीश रावत के खिलाफ सीबीआई ने जांच शुरू की थी।