देहरादून। प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सेवा पर कांग्रेस ने सूबे की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस का कहना है कि यह सरकार विकास कम तथा स्ट्राईक और आतंकवाद के बहाने चुनाव को मोड़ना चाहती है। इसी का नतीजा है कि राज्य में आपातकालीन वाहन 108 और खुशियों की सवारी सेवा ठप हो गई है। सरकार की बेरुखी को देखते हुए कांग्रेस कर्मचारियों के हित में साथ खेड़े होने का निर्णय लिया है।
गुरुवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने पत्रकारों से बातचीत में यह आरोप भाजपा सरकार पर लगाए। कांग्रेस नेता धस्माना ने राज्य भर में आपातकालीन वाहन 108 और खुशियों की सवारी सेवा ठप होने पर सरकार के कार्यो पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह सेवा बंद होने से केवल स्वास्थ्य ही नही राज्य के सैकड़ों परिवारों का रोजगार छिन जाएगा लेकिन इस पूरे प्रकरण पर सरकार अपना पल्ला झाड़ते हुए इसे कान्ट्रैक्ट की बात कह रही है। इससे साबित होता है कि प्रदेश के युवाओं के रोजगार के लिए सरकार कितनी गंभीर है।
उन्होंने कहा कि राज्य में पहले ही स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो रखी हैं, सरकार सीएचसी व पीएचसी व जिला हस्पतालों का संचालन करने में पूरी तरह से नाकाम है। राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर सरकार बार बार सेना को देने की बात कर के यह साबित कर रही है कि स्वास्थ सेवाओं का संचालन करना सरकार के बस की बात नहीं रह गयी है। यही कारण है कि स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर सरकार खानापूर्ति करने में लगी हुई है। अब 108 का संचालन जीवीके ईएमआरआइ के पास हटाकर संघ से जुड़े अन्य प्रदेशों में कार्य कर रही कैंप (कम्युनिटी एक्शन थ्रू मोटिवेशनल प्रोग्राम) जैसी संस्था को दे रही है। उसके पास आपातकालीन सेवा चलाने का उत्तराखण्ड में कोई अनुभव नहीं है। राज्य को बेहतर स्वास्थ्य देने का सरकार महज नौटंकी कर रही है। इस संबंध में कांग्रेस नेता धस्माना आज रात प्रदेश के मुख्य सचिव से मिलकर वार्ता करेंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस सरकार से मांग करती है कि 108 में कार्य कर रहे कर्मचारियों को उतने ही पैसे में रखा जाए, जितने पहले से मिल रहे हैं। अगर शासन की ओर से इस प्रकरण पर सही निर्णय नही लिया तो कांग्रेस प्रदेशभर में 108 कर्मचरियों के हित में आंदोलन करेगी। प्रेस वार्ता में पदेश प्रवक्ता गरीमा दसौनी, प्रेस सचिव महेश जोशी,लाखी राम बिजल्वाण सहित अन्य उपस्थित रहे।