कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से भेंट कर की उत्तराखण्ड सरकार की शिकायत

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देहरादून, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यभर में पिछले कई दिनों से हो रही अतिवृष्टि से हुए नुकसान एवं सरकार द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर सूबे के राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाॅल से राजभवन में मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रतिनिधिमण्डल ने आपदा प्रबन्धन पर निष्क्रिय होने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में आपदा प्रभावितों का हाल बेहाल है। फिर भी सरकार को इनके समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। 

कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि दस जुलाई की मध्य रात्रि से प्रदेशभर में हो रही मूसलाधार बारिश एवं अतिवृष्टि के कारण प्रदेशभर में लोगों की जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। एक ओर जहां पर्वतीय क्षेत्र में भारी भूस्खलन व बादल फटने के कारण हुई अतिवृष्टि की घटनाओं में कई लोग असमय काल का ग्रास बन गये हैं। वहीं देहरादून के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश एवं अतिवृष्टि के कारण बरसात का पानी लोगों के घरों में घुस गया। जिससे सैकड़ों लोगों के घरों में भारी नुकसान हुआ है तथा कई मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त और इस अतिवृष्टि में अब तक 7 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा कई लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। जिससे उनके सामने भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है।

ज्ञापन में बताया गया है कि 15 जुलाई की मध्य रात्रि जनपद चमोली के तहसील थराली के धारबगड में बादल फटने की घटना में 10 दुकाने तथा 8 वाहन बह गये हैं, वहीं विकासखण्ड घाट के कुंडीसेरा गांव में पांच मकान बहने की घटना सामने आई है परन्तु अभी तक राज्य का आपदा प्रबन्धन मौके पर नहीं पहुंच पाया है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आपदाग्रस्त प्रभावित क्षेत्रों के लोगों से बातचीत से ज्ञात हुआ कि आपदा के दौरान स्थानीय प्रशासन एवं आपदा प्रबन्धन विभाग पूरी तरह निष्क्रिय रहा तथा सूचना देने के घण्टों बाद भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। आपदा के 6 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई राहत नहीं मिल पाई है और न ही मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद भविष्य में सुरक्षा के कोई प्रबन्ध किये गये हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के मन में दहशत का माहौल व्याप्त है तथा आने वाले समय में और अधिक बरसात होने से बाढ़ का खतरा बना हुआ है। राज्य की राजधानी में आपदा प्रबन्धन का इतना बुरा हाल है तो राज्य के दूर दराज के इलाकों के बारे में स्वतः ही कल्पना की जा सकती है कि वहां का क्या हाल होगा।

कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि प्रदेशभर में अतिवृष्टि के कारण मारे गये लोगों के परिजनों तथा आपदा से प्रभावित परिवारों को शीघ्र उचित मुआबजा दिया जाय तथा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करने के साथ ही उनकी जानमाल की सुरक्षा एवं भोजन आदि की व्यवस्था की जाय।

कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल को बताया कि उच्च न्यायालय के आदेशों पर विगत दिनों से चलाये जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान में जनभावनाओं को ठेस पहुंचाया जा रहा है और अभियान में सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की पूर्ण रूप से अवहेलना की जा रही है तथा कई क्षेत्रों में अनेक वैध निर्माणों को अतिक्रमण विरोधी दस्ते द्वारा बिना न्यायालय के आदेशों का पालन किये हुए तोड़ दिया गया है। जिससे प्रदेशभर में लगातार हो रही भारी बरसात के कारण भयावह की स्थिति बनी हुई है तथा विभिन्न क्षेत्रों में बिना नोटिस के चलाये जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के कारण लोग बेघर हो रहे हैं।

कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने ज्ञापन में बताया है कि जिलाधिकारी उधमसिंहनगर से मुलाकात करने वाले कांग्रेसजनों के प्रतिनिधिमण्डल के साथ अशोभनीय व्यवहार किया गया। जिसकी कांग्रेस पार्टी कड़े शब्दों में भर्तसना करती है तथा मांग करती है कि जिलाधिकारी के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई की जाय। कांग्रेस पार्टी अतिक्रमण करने वालों के पक्ष में नहीं है किन्तु अतिक्रमण के नाम पर प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत का पालन न किया जाना व वैध निर्माणों पर तोड़फोड़ की कार्रवाई करना बिल्कुल भी न्याय संगत नहीं है। इसलिए प्रदेशभर में हो रही भारी बरसात के मद्देनजर अभियान को स्थगित किया जाय। इस मौके पर कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि उपरोक्त बिन्दुओं पर प्रदेश सरकार को उचित दिशा-निर्देश देकर जनहित में कदम उठाया जाए।

प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के अलावा पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, महामंत्री गोदावरी थापली, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, किसान कांग्रेस के प्रमोद कुमार सिंह, प्रभुलाल बहुगुणा, महानगर अध्यक्ष पृथ्वीराज चैहान, प्रदेश सचिव गिरीश पुनेड़ा आदि शामिल थे।