प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने नोटबंदी व जीसएटी पर केन्द्र की भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा है कि अपनी विफलताओं से परेशान भाजपा नए-नए हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस हर हाल में उसे बेनकाब कर जनता के सामने उजागर करेगी। इसी क्रम में आठ नवम्बर को कांग्रेस ने काला दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
प्रीतम सिंह ने रविवार को कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बाचतीत करते हुए केन्द्र सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उत्तराखण्ड सहित देशभर के चुनावों में डबल इंजन की सरकार बनाने की मांग जनता से किया, लेकिन सत्ता में आने के बाद अपने किए वादों को भूल गए। ठीक यही हाल उत्तराखण्ड की जनता के साथ हुआ है, चुनाव के समय किसानों के ऋण माफ करने की बात कहकर केन्द्र और राज्य दोनों सरकारों ने पल्ला झाड़ लिया। नोटबंदी को एक वर्ष पूरे होने वाले है। इसके बावजूद देश की अर्थव्स्था को पटरी पर लाने में केन्द्र सरकार नाकाम रही।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी को बड़ी उम्मीद दिखाकर जनता को वर्तमान सरकार ने भरोसे में लिया था, लेकिन उसमें भी जनता को धोखा मिला। केन्द्र के ऐसी जुमलेबाजी को जनता अब समझने लगी है जिसका नुकसान भाजपा को हिमाचल और गुजरात के आम विधानसभा चुनावों में कीमत चुकानी पड़ेगी। केन्द्र सरकार नोटबंदी और जीएसटी जैसे एक के बाद एक जनविरोधी फैसले लेकर देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से चौपट कर दिया है। भाजपा के ऐसे निर्णयों से व्यापार पर बुरा असर पड़ा है, जिससे महंगाई और बेरोजगारी की समस्याएं लोगों की चुनौती बनी हुई हैं। जबकि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले युवाओं को रोजगार और महंगाई जैसे अनेकों लोकलुभावन घोषणाएं की थी, जिसे आज पूरा करने में असमर्थ दिख रही है। इसी विरोध के क्रम आठ नवंबर को काला दिवस मनाकर कांग्रेस देश भर में भाजपा के कार्यों को बताएगी।
प्रीतम सिंह ने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ का नारा देने वाली सरकार पर से लोगों का विश्वास खत्म होने लगा है। फिर भी भाजपा सत्ता में बने रहने के लिए चुनाव के मौके पर वोटरों को लुभाने के लिए खेल-खेल रही है। इसी खेल के तहत गुजरात व हिमाचल चुनाव में बेनामी संपत्ती की बात कर जनता को फिर से भ्रम में डालना चाह रही है, लेकिन जनता अब उनके बहकावे में नहीं आने वाली है। उन्होंने भजराम और मुकुल राय का नाम लेते हुए कहा कि भाजपा अन्य दलों के नेताओं पर भ्रष्ट्राचार से लगे आरापों पर खूब सवाल करती है, लेकिन जब वही व्यक्ति बीजेपी में शामिल होता है तो वह दूध का धोया हो जाता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के चाल और चरित्र में काफी अंतर है, जो कहती है वह करती नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष ने गैरसैंण स्थाई राजधानी पर भाजपा सरकार के नीयत में खोट बताते हुए कहा कि राज्य बनने के समय भाजपा की सरकार थी, उस समय ही राज्य हित में निर्णय लेना चाहिए था, लेकिन आज भाजपा नौटंकी कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री के द्वारा आयोजित ‘रैबार’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह भाजपा का कार्यक्रम है न कि राज्य का। अगर राज्य हित में कार्यक्रम होता तो अन्य दलों को भी इसमे आमंत्रित कर राज्य के विकास में चर्चा की जाती।