महामंडलेश्वर की कोरोना से मौत के बाद प्रशासन चौकन्ना

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मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश से कुंभ मेले में आए एक बुजुर्ग महामंडलेश्वर की कोरोना से माैत होने मामला सामने आया है। महामंडलेश्वर की मौत के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर यहां वैष्णव अखाड़ों लिए आरक्षित बैरागी कैंप में ठहरे हुए थे।
बताया गया कि श्री पंचायती निर्वाणी अणि अखाड़े के बुजुर्ग महामंडलेश्वर कपिल देव दास मध्यप्रदेश से कुंभ मेले में आये थे। दो दिन पहले मंगलवार को बुजुर्ग महामंडलेश्वर की मौत देहरादून के एक निजी अस्पताल में हो गई थी लेकिन हरिद्वार प्रशासन को जानकारी आज मिली।
हरिद्वार के सीएमओ एसके झा ने बताया कि बैरागी कैंप में ठहरे महंत कपिल देव दास (उम्र 65 वर्ष ) को बुखार की शिकायत थी। चार दिन पहले सांस लेने में दिक्कत होने पर उनको  देहरादून के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान उनकी मंगलवार रात 10:30 बजे मौत हो गई थी। उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अखाड़े से जानकारी मिली है कि महामंडलेश्वर शव को लेकर उनके चेले देहरादून से ही मध्य प्रदेश चले गए।
सीएमओ हरिद्वार डॉ. झा ने बताया कि बैरागी कैंप में कोरोना की जांच के लिए दो टीमें भेजी गई है.। उधर, बैरागी कैंप के सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह ने बताया कि महंत कपिल देव दास की मौत के बाद बैरागी कैंप में सभी एहतियात बरती जा रही है और कोरोना गाइडलाइन के अनुसार ही तमाम कार्रवाई की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार में कोरोना संक्रमण के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। यहां पिछले चार दिन में कोरोना के करीब15 सौ मरीज सामने आए हैं। कुंभ में चौथा शाही स्नान चैत्र संक्रांति 27 अप्रैल को होना है, जिसमें केवल तीनों बैरागी अखाड़े ही भाग लेते हैं। इसी वजह से अभी बैरागी कैंप में 10 हजार से अधिक साधु संत ठहरे हुए हैं।