हरिद्वार। पुलिस की सीपीयू टीम का गठन यूं तो को क्राइम रोकने के लिए हुआ था, लेकिन आए दिन किसी ना किसी विवाद के चलते सीपीयू की कार्यशैली विवादों के घेरे में आती रही है। ताजा मामला व्यस्तम चौराहे शंकर आश्रम का है, जहां ट्यूशन जा रहे नाबालिग को सीपीयू कॉस्टेबल ने चालान काटने के दौरान जमकर पीटा। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने सीपीयू को घेर लिया। बामुश्किल अन्य सीपीयू टीम के वहां आने और माफी मांगने पर लोगों द्वारा सीपीयू को छोड़ा गया।
शंकर आश्रम तिराहे पर सीपीयू अपना रूटीन चैकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान रानीपुर मोड़ के व्यापारी राधेश गुप्ता का पुत्र नमन अपनी स्कूटी से ट्यूशन जा रहा था। उसे सीपीयू कांस्टेबल अमित कुमार ने रोका तो नमन थोड़ा घबरा गया और उसकी स्कूटी अनियत्रित हो गयी। इस पर सीपीयू कांस्टेबल अमित और एक अन्य ने बालक को थप्पड मारते व बाल खींचते हुए रौब गालिब किया। इस पार आप पास खड़े और शंकर आश्रम के व्यापारियों ने सीपीयू की टीम को बच्चे को मारने के विरोध में घेर लिया और काफी हंगामा काटा। इस पर सीपीयू को अपनी अन्य टीमों को भी शंकर आश्रम बुलाना पड़ा, जिसके बाद सीपीयू के अन्य टीम द्वारा बामुश्किल व्यापारियों और बच्चे के परिजनों को समझा कर वहां से जाम खुलवाया। सीपीयू की इस हरकत पर शहर में हर तरफ इसकी निंदा की जा रही है। शंकर आश्रम व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि सीपीयू को चालान काटने का अधिकार है, लेकिन उन्हें बच्चों के साथ मारपीट करने का अधिकार नहीं। उन्हें इस तरह की हरकत नहीं करनी चाहिए। राजेश कुमार ने कहा कि वे इस मामले में पुलिस के आलाधिकारीयों से मांग करेगें की सीपीयू पर लगाम लगाई जाए।