कालागढ़ रामगंगा बैराज पर नदी के किनारे इन दिनों मगरमच्छ धूप सेंकते नजर आ रहे है । यह वन व वन्यजीव प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है पर यह इलाका आबादी से सटा हुआ है।
अफजलगढ़ कालागढ़ स्टील बैराज के उत्तर की तरफ कॉर्बेट नेशनल पार्क का प्रतिबंधित क्षेत्र है। यहां बिना अनुमति के जाना मना है। बैराज के उसी तरफ रामगंगा नदी के किनारे पर मगरमच्छ धूप सेंकते नजर आ रहे हैं। इनकी संख्या दो-तीन बतायी जा रही है । इनको बैराज के ऊपर से आसानी से देखा जा सकता है । इससे वन विभाग कालागढ़ में तो खुशी की लहर है परंतु इनसे आम लोगों को खतरा भी है।
उल्लेखनीय है कि रामगंगा नदी को बांध बना कर ऊपर रोक दिया जाता है जहां अधिकांश जलीय जीव व पानी के शिकारी सीमित हो जाते हैं। अब बांध के इस तरफ इन जीवों का दिखना जितना दुर्लभ है उतना ही खतरनाक भी ।
वन्यजीव विशेषज्ञ राजेश भट्ट ने बताया कि मगरों व घड़ियालों की संख्या बहुत तेजी से घटी थी। इनका अवैध शिकार किया गया परन्तु पिछले कुछ समय मे वन विभाग द्वारा किये गये कार्यों से इनको संरक्षित किया गया । अब इनकी संख्या अच्छी हो गई है। मगरों व घड़ियालों के संरक्षण के लिए कतर्नियाघाट और पश्चिमी घाट जैसी जगहों पर अभयारण्य बनाये गए है । वहां ये ठीक से फल-फूल रहे हैं ।छ