बारिश से फसलों को नुकसान, चुनाव प्रचार भी प्रभावित

0
654
File: Photo

देहरादून। प्रदेश के अधिकांश जिलों में सोमवार को तेज आंधी के साथ बारिश हुई। इससे गेहूं, आम, लीची आदि फसलों को नुकसान पहुंचा है, वहीं लोकसभा चुनाव प्रचार भी प्रभावित रहा।
अल्मोड़ा जिले में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी लोअर मालरोड में एसएसजे परिसर के सिमकनी मैदान में भाजपा उम्मीदवार अजय टम्टा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने वाली थीं लेकिन मौसम खराब होने के कारण वह नहीं आ सकीं। मैदान में आए लोग स्मृति ईरानी का इंतजार करते रहे। बारिश होने के चलते सभा स्थगित कर दी गई। लोकसभा मीडिया प्रभारी राजीव गुरुरानी ने बताया कि जनसभा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भी आना था, लेकिन देर रात उनके अल्मोड़ा आने का कार्यक्रम रद्द हो गया।
उत्तरकशी जिले के बड़कोट तहसील के अंतर्गत धारमण्डल क्षेत्र सहित दर्जनों गांवों में हुई ओलावृष्टि से काश्तकारों को भारी नुकसान हुआ हैं। ठकराल पट्टी के धारमण्डल क्षेत्र के गौल, फूलदार, स्यालब, सुकन, कुर्सिल सहित कई गांवों में रविवार देर रात भारी बारिश और ओलावृष्टि से यमुना घाटी के किसानों की खेतों में खड़ी फसल और फलों को भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों को फसल से निराशा हाथ लगने के आसार नजर आ रहे हैं। यमुना घाटी में सेब, खुमानी, पुलम, अखरोट, आलू, गेंहू, मसूर, मटर आदि फलों और फसलों को भारी क्षति पहुंची हैं। यमुना घाटी के सभी कृषकों की आजीविका कृषि पर ही निर्भर करती हैं लेकिन बारिश और ओलावृष्टि के कारण कृषकों की आजीविका पर बुरा असर देखने को मिल रहा हैं। काश्तकारों ने तहसील प्रशासन को ज्ञापन देकर मुआवजे की मांग की हैं।
राजधानी देहरादून में सुबह अचानक मौसम बदला और बारिश शुरू हो गई। बारिश से तापमान में गिरावट आई है। पिछले कुछ दिन से तापमान में लगतार बढ़ोतरी हो रही थी, रविवार को दून का तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस था, लेकिन मौसम में एक बार फिर से परिवर्तन के चलते पारा लुढ़क गया है। दून व आसपास का मौसम सुहावना हो गया है।
ऋषिकेश में बारिश ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव प्रचार की तपिश पर पानी फेर दिया। इससे कुछ समय के लिए राजनीतिक गतिविधियां थम गईं। बाइपास मार्ग पर पेड़, बिजली के खंभे व तार पर गिर जाने के कारण विद्युत व्यवस्था ठप रही। आंधी से उम्मीदवारों के बैनर पोस्टर और होर्डिग्स तक उखड़कर सड़कों पर आ गए। व्यावसायिक होर्डिंग्स बोर्ड भी तूफान में उड़ गए।
चमोली जिले में पिछले दो दिनों से लगातार अपराह्न बाद मौसम का मिजाज बदल जाने के कारण नीचले स्थानों पर गरज के साथ बारिश हो रही है, वहीं ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। इससे वातावरण में ठंडक होने लगी है। सोमवार को सुबह मौसम साफ था लेकिन अपराह्न बाद आसमान में काले बादल छाने लगे और गरज के साथ बारिश शुरू हो गई। मौसम के बदलते मिजाज के कारण लोग काफी परेशान नजर आ रहे हैं।
हरिद्वार में मौसम के अचानक करवट बदलने से तेज हवाओं को बारिश से सामान्य जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तेज हवाओं और बारिश के चलते पारा पांच डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली लेकिन बारिश के कारण किसानों की फसल को नुकसान भी पहुंचा है। कई स्थानों पर पेड़ धराशाई हो गए। बारिश के कारण काश्तकारों (किसानों) को खासा नुकसान उठाना पड़ा। खेत मेें कटी फसल भीग गई, जबकि तेज हवाओं के कारण खेतों में खड़ी फसल को नुकसान हुआ। राजमार्ग निर्माण का कार्य जारी रहने के कारण सड़कों पर पड़ी मिट्टी के कारण कीचड़ हो जाने से लोगों को खासी परेशानी हुई। दो घंटे के बदले मौसम ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया।
पौड़ी जिले में अचानक आये आंधी-तूफान और बारिश होने से किसानों के खेत में लगी गेहूं की फसल बर्बाद हो गयी है। अधिकांश किसानों के खेत में लगी गेहूं की फसल हवा और पानी की झोंकों से गिर गया। गिरी फसल की कटाई में किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। किसान आजाद ने बताया कि आम व लीची की फसल को भी नुकसान हुआ है। शहर के किशनपुरी क्षेत्र में पेड़ जमीन पर गिर गया, इससे आवागवन में परेशानी हुई, हालांकि जान-माल की हानि नहीं हुई है।
मौसम विभाग विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार अगले 24 घंटों में पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि तथा मैदानी क्षेत्रों में कहीं-कहीं 50 से 60 किमी की गति से हवा चलने की संभावना है। मंगलवार और बुधवार को मौसम साफ रहेगा। इसके बाद एक बार फिर से मौसम में बदलाव आने के आसार हैं। मौसम विभाग की माने तो मतदान के दिन मौसम उम्मीदवारों के साथ ही मतदाताओं की भी परीक्षा लेगा।