जहां एक तरफ भारत का क्षेत्र खासकर राजधानी दिल्ली स्मॉग से भरा हुआ है, वहीं पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में चारों तरफ खिली धूप और स्वच्छ हवा है।
जैसे-जैसे दिल्ली में स्मॉग फैल रहा था वैसे ही रातों रात लोगों ने अपने बैग पैक करके अपना रुख उत्तर भारत की तरफ कर लिया ताकि दिल्ली में फैले प्रदूषण और स्मॉग जिसे प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक सेहत के लिए हानिकारक बताया था, उससे बच सके।
मैदानी क्षेत्र से लगभग 7500 फीट ऊपर बसी पहाड़ों की रानी मसूरी सर्दियों में भी खिली-खिली धूप के दर्शन देती है। मसूरी के मॉल रोड पर टहलते लोगों के धूप और साफ-सुथरी ठंडी हवा दिल्ली से दूर और कुछ दिन स्मॉग से बचने का अच्छा जरिया है।
गौतम और ङोयल पांडे ने अपनी पांच साल की बेटी इरा के साथ उसी दिन दिल्ली से छुट्टी ले मसूरी का रुख करने पर मजबूर कर दिया, “दिल्ली आजकल किसी गैस चैंबर से कम नहीं है ना केवल बच्चों के लिए बल्कि बड़े बूढ़ों को यह स्मॉग नुकसान कर रहीं है खासी, सर दर्द की वजह से हम वापस नहीं जाना चाहते।” केवल यह दंपत्ति नही, इनके जैसे बहुत से लोग है जिन्होंने स्मॉग से बचने के लिए पहाड़ों की साफ हवा को चुना है।
दूसरी तरफ कुछ लोग जो दिल्ली जाने की तैयारी में थे उन्होंने अपने जाने की ताऱीख आगे बढ़ा दी है। आभा सैली जिनकी आने वाले दिनों में दिल्ली से फ्लाईट थी उन्होंने कहा कि, “मैं उम्मीद करती हूं कि आने वाले दिनों में स्मॉग साफ हो जाएगा नहीं तो इस दौरान दिल्ली जाने से बेहतर होगा, मैं अपना प्रोग्राम बदल लूं।”
दिल्ली के इस कंडीशन को देखकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टिव्टर के माध्यम से सभी देशवासियों को खासकर दिल्ली वालों को उत्तराखंड के साफ आसमान के नीचे बुलाया है जिससे लोग खुली और स्वच्छ हवा में सांस ले सकें। इसके अलावा सीएम रावत ने लोगों से गुजारिश की थी उत्तराखंड में आकर ##ClearBlueSkiesofUttarakhand में अपनी तस्वीरें डाले जिसे सीएम रिटिव्ट करे, खासकर ऐसे वक्त में जब दिल्ली स्मॉग से भरी है।