विश्वनाथ नगरी गुप्तकाशी के निकटवर्ती ग्राम पंचायत लमगौंडी (शोणितपुर) के ग्रामीणों की आराध्य देवी भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की 26 वर्षों बाद आयोजित 17 दिवसीय दिवारा सिद्धपीठ कालीमठ से विदा होकर दो रात्रि प्रवास के लिए मोक्ष धाम बद्री नारायण के लिए रवाना हो गयीं।
इस दौरान भगवती राज राजेश्वरी और बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा ने भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर सहित विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया और दिवारा यात्रा के ऊखीमठ क्षेत्र आगमन पर ग्रामीणों ने भव्य स्वागत कर मनौती मांगी। भगवती राज राजेश्वरी और बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा बद्रीकाश्रम पहुंचकर बद्रीकापुरी में विभिन्न तीर्थस्थलों का भ्रमण करने के बाद आगामी चार सितम्बर को गुप्तकाशी पहुंचेंगी।
पांच सितम्बर को गुप्तकाशी से रवाना होकर भगवती राज राजेश्वरी और बाणासुर महाराज की तपस्थली लमगौंडी पहुंचेगी और छह सितम्बर को हवन व विशाल भण्डारे के साथ दिवारा यात्रा का समापन होगा। इसके बाद भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज जगत कल्याण के लिए तपस्यारत हो जाएंगे।
शनिवार को सिद्धपीठ कालीमठ में ब्रह्म बेला पर विद्वान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाएं संपन्न कीं और तैंतीस कोटि देवी-देवताओं के साथ भगवती काली, भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज का आह्वान कर आरती उतारी। श्रद्धालुओं ने भगवती राज राजेश्वरी और बाणासुर महाराज की डोलियों सहित अनेक देवी-देवताओं के निशानों का अनेक प्रजाति के पुष्पों से भव्य श्रृंगार किया।
ठीक नौ बजे भगवती राज राजेश्वरी और बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा काली क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर के लिए रवाना हुई। दिवारा यात्रा के चुन्नी गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया तथा लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी। भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा के भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर पहुंचने पर प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण, वेदपाठी विश्व मोहन जमलोकी, नवीन मैठाणी, राजीव गैरोला सहित स्थानीय जनता ने वेद ऋचाओं से भव्य स्वागत किया।
भगवती राज राजेश्वरी और बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा के ओंकारेश्वर मन्दिर आगमन पर भक्तों की जयकारों से सम्पूर्ण भूभाग गुंजायमान हो उठा। दिवारा यात्रा ने ग्रामीणों की कुशलक्षेम पूछी तथा मोक्ष धाम बद्रीनाथ के लिए रवाना हो गयी। दिवारा यात्रा समिति अध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रकाश शुक्ला ने बताया कि भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की 26 वर्षों बाद आयोजित दिवारा यात्रा के क्षेत्र आगमन पर ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है।
इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री दिनेश बगवाडी, बद्री केदार मन्दिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, दिवारा यात्रा समिति संरक्षक सुरेन्द्र शर्मा, व्यवस्थापक सुधीर पोस्ती, सचिव सुरेश बगवाडी, उपाध्यक्ष अजय जुगरान, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा, सह कोषाध्यक्ष प्रदीप तिनसोला,मीडिया प्रभारी सुबोध बगवाडी, प्रधान अखिलेश सजवाण, क्षेपस दुर्गेश वाजपेयी, पंडित बच्ची राम सेमवाल, चुन्नी लाल शर्मा सहित दिवारा यात्रा समिति पदाधिकारी, सदस्य, तीर्थ पुरोहित समाज व देश-विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।