कड़ाके की ठंड में तुंगनाथ की भक्ति में लीन श्रद्धालु 

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पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तुंगनाथ की दिवारा यात्रा सांकरी गांव से विदा होकर रात्रि प्रवास के लिए गुप्तकाशी निवासी बचन सिंह नेगी के घर पहुंची। कड़ाके की ठंड में भी ग्रमीण भगवान तुंगनाथ की भक्ति में लीन हैं। रविवार को दिवारा यात्रा गुप्तकाशी क्षेत्र से विदा होकर पतित पावनी मंदाकिनी की जल धाराओं को पार करते हुए रात्रि प्रवास के लिए तुंगनाथ मंदिर त्यूंग पहुंचेगी।

– गुप्तकाशी क्षेत्र से विदा होकर रविवार को तुंगनाथ मंदिर पहुंचेगी यात्रा 

सांकरी गांव में आचार्य माहेश्वर प्रसाद मैठाणी, सुरेन्द्र प्रसाद मैठाणी, विनोद प्रसाद मैठाणी, अतुल प्रसाद मैठाणी, आशीष प्रसाद मैठाणी ने ब्रह्म बेला पर पंचनाम देवताओं का आह्वान कर पूजा-अर्चना की और भगवान तुंगनाथ सहित दिवारा यात्रा में साथ चल रहे अनेक देवी-देवताओं के निशानों का रुद्राभिषेक कर आरती उतारी। ब्राह्मणों द्वारा भगवान तुंगनाथ की डोली का विशेष श्रृंगार किया गया और सांकरी के ग्रामीणों ने सामूहिक अर्घ्य अर्पित कर विश्व कल्याण की कामना की। दोपहर भगवान तुंगनाथ की दिवारा यात्रा ने नगर भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष दिया और भगवान विश्वनाथ व भगवान तुंगनाथ के अद्भुत मिलन के सैकड़ों श्रद्धालु साक्षी बने।