ऋषिकेश, कहावत है भूखे पेट हरि भजन न होए। मगर भूखे पेट ही जगत जननी मां दुर्गा की उपासना उनके भक्तों को करनी पड़ रही है। कारण है, कमरतोड़ महंगाई के साथ आसमान छूते फलों के दाम।
शारदीय नवरात्र में व्रत रखने वाले लोगों की जेब पर फलों के दाम भारी पड़ने लगे हैं। लोगों का कहना है कि महज सप्ताह भर में कीमत में 30 से 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। नवरात्र में फलाहार पर महंगाई का असर दिखने लगा है। फलों की मांग बढ़ते ही बाजार में उसके दाम अप्रत्याशित रूप से बढ़ गए।
सबसे ज्यादा तो सेब, अनार और केले के दाम में वृद्धि हुई है। फलाहार रहकर व्रत करने वाले भक्तों को ज्यादा कीमत पर फलों की खरीदारी करनी पड़ रही है। इन दिनों केले की कीमत 50 रुपये दर्जन , सेब 100 से 120 रुपये किलो ,अनार 120 रुपये किलो, संतरा 100 रुपये किलो की कीमत पर बाजार में बिक रहा है।
महंगाई के इस दौर में फलों का स्वाद चखना आम आदमी के बस की बात नहीं। सबसे ज्यादा मुश्किल में मां के उपासक हैं जो नवरात्र में व्रत रखे हुए हैं। फल विक्रेता नवरात्र का लाभ उठाते हुए डेढ़ गुने दाम पर फलों की बिक्री कर रहे हैं। फलों के दाम में बढ़ोत्तरी पहले और अंतिम दिन तो दोगुने स्तर तक पहुंच जाती है।