उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश सरकार से सवाल किया है कि पुराने मेलाधिकारी को पुन: उसी पद पर नियुक्त कर दिया है। अब कौन सा मेला है, जिसके लिए मेलाधिकारी की नियुक्त कर दी गई है।
कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए धस्माना ने राज्य की भाजपा सरकार पर हरिद्वार महाकुंभ में हुए कोरोना जांच घोटाले को रफा-दफा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अभी तक कोरोना टेस्टिंग घोटाले के असली गुनहगारों तक एसआईटी पहुंची ही नहीं, क्योंकि घोटालेबाजों पर भाजपा के बड़े नेताओं का हाथ है। उन्होंने कहा कि इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक सरकार ये नहीं बता रही कि एक ऐसी कम्पनी जो आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त नहीं है उसे किसने टेस्टिंग का ठेका अवार्ड किया।
उन्होंने कहा कि जिन दो लैब्स से इस कम्पनी ने एक एमओयू किया था उसमें से एक लाल पैथोलॉजी केवल 13 हजार टेस्ट करती ही और दूसरी लैब नलवा अब हाई कोर्ट में शपथ पत्र दे कर कह रही है कि उसने कोई टेस्ट ही नहीं किया तो फिर लाखों टेस्ट किये किसने। धस्माना ने कहा कि अब तक केवल एक व्यक्ति जिसे गिरफ्तार किया गया है उससे न तो सरकार ने कोई करार किया है न स्वास्थ्य विभाग ने। तो सरकार बताए कि सरकार ने जिस कम्पनी को करार दिया था उसके खिलाफ और जिन अधिकारियों ने टेस्टिंग के नाम पर बनाये गए झूठे बिलों का भुगतान किया उनके खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई हई।
धस्माना ने कहा कि निश्चित तौर पर इस घोटाले को कांग्रेस आगामी विधानसभा सत्र में उठाएगी और हाई कोर्ट के सिटिंग जज से इसकी जांच की मांग करेगी।