आपातकाल में सटीक काम आयेगी डायल 112

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(देहरादून) यदि आपके साथ या आसपास कोई भी आपराधिक घटना हो, तबीयत खराब या फिर आग की घटना हो या अन्य कोई उत्तराखंड पुलिस संबंधित जरूरत हो तो आप अब सीधा 112 नंबर पर डायल कर सकते हैं।

एक ही नंबर से इन सभी की सुविधाएं आपको उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रदेश में जल्द ही डायल 112 (#Dial_112) योजना को शुरू किया जा रहा है। यह पूरी योजना डीजीपी अनिल के0 रतूड़ी उत्तराखण्ड के निगरानी में रहेगी। लोगों को जल्द मदद मिलने के लिए डायल 112 बनाई गयी है। इस योजना के तहत 112 नंबर से पुलिस कंट्रोल नंबर 100, अग्निशमन नंबर 101, स्वास्थ्य सेवाएं 108, चाइल्ड हेल्प लाइन 1098, महिला हेल्प लाइन 1090 को जोड़ा गया है। एक ही नंबर से इन सब नंबरों की सुविधा कॉलर को दी जाएगी।उत्तराखंड पुलिस देहरादून में इसका मुख्य ऑफिस बनाया गया है। हरिद्वार में इसका एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। देहरादून से सीधा कॉल हरिद्वार पहुंचेगी। जिसके बाद कॉल को संबंधित नंबरों में फारवर्ड किया जाएगा। मौके पर तत्काल राहत सेवाएं दी जाएगी। इस योजना को लागू करने से शिकायतकर्ता को अलग अलग नंबर पर फोन कर मदद नहीं मांगनी पड़ेगी और सभी का समय बचेगा। लोगों को तत्काल मदद मिल सकेगी। हरिद्वार में इस योजना को ट्रायल पर शुरू किया गया है। इस योजना के तहत कोतवाली और थानों की गाड़ियों में स्टेट इमरजेंसी सपोट सिस्टम भी लगाया जाएगा। एआरओ हरिद्वार मुकेश ठाकुर का कहना है कि योजना को ट्रायल पर शुरू किया गया है। इस योजना से समय की बचत और पुलिसकर्मियों की निगरानी होगी।

आमतौर पर किसी भी तरह की घटना होने पर पुलिसकर्मी थाने क्षेत्र की सीमा को लेकर उलझते हैं और कार्रवाई नहीं करते हैं या फिर कोई बहाना बनाकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। हरिद्वार में बुग्गावाला थाने को छोड़कर सभी कोतवाली और थानों की गाड़ियों में स्टेट इमरजेंसी सपोट सिस्टम लगाया गया है। साथ ही गाड़ियों में जीपीआरएस भी लगाया गया। जीआरपीएस की जानकारी देहरादून में बैठे आईजी अमित सिंह के पास रहेगी। इसकी निगरानी स्वयं पुलिस महानिदेशक करेंगे।

घटनास्थल के पास कोई भी पुलिस की गाड़ी हो वो ही मौके पर तत्काल पहुंच जाएगी। पुलिस महानिदेशक कोतवाली और थानों की गाड़ी पर निगाह रखेंगे।