कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उप नेता सदन तीनों पर कांग्रेस आला कमान की ओर से कुमायूं मंडल से बनाये जाने से क्षुब्ध चमोली के कांग्रेसियों ने इसे गढ़वाल की उपेक्षा बताते हुए सौ से अधिक पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सामूहिक त्यागपत्र प्रदेश अध्यक्ष को भेजा है।
उत्तराखंड के चुनाव नतीजों के बाद हार का ठिकरा प्रदेश अध्यक्ष के सर पर फोड़ते हुए कांग्रेस आला कमान ने प्रदेश अध्यक्ष को हटा दिया था। साथ ही विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर भी खिंचतान चल रही थी। रविवार को तीनों पदो पर कांग्रेस आला कमान की ओर से कुमायूं मंडल के नेताओं के नाम घोषित करने के बाद गढ़वाल मंडल के कांग्रेसियों में उबाल आ गया है और वे इसे गढ़वाल की उपेक्षा बता रहे है।
सोमवार को चमोली जिले के कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता विकास जुगरान ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी आलाकमान ने गढ़वाल के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की है जबकि मोदी लहर में भी गढ़वाल मंडल से विधायक चुन कर गये हैं, जिन्होंने भाजपा के कद्दावर नेताओं को हराया है उसके बाद यहां के विधायकों को दरकिनार किया जाना सही नहीं है और यह गढ़वाल की उपेक्षा है इसकी चमोली कांग्रेस घोर निंदा करती है। और सामूहिक त्याग प़र देने के लिए विवश हुई। इस मौके पर पीसीसी सदस्य अरविंद नेगी भी मौजूद थे।