हरिद्वार। जिलाधिकारी दीपक रावत द्वारा रुड़की में मेडिकल स्टोर पर की गई सील की कार्रवाई के बाद नाराज मेडिकल एसोसिएशन ने जिले की सभी केमिस्ट दुकानों कोे अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का फैसला लिया था। जिसके बाद आज एसोसिएशन के पदाधिकारी डीएम रावत से मुलाकात करने पहुंचे। मेडिकल एसोसिएशन द्वारा जिले के सभी मेडिकल स्टोर्स को बंद करने की घोषणा और अनिश्चितकालीन हड़ताल के फैसले पर जिलाधिकारी सख्त नजर आए। मेडिकल एसोसिएशन के जब आज डीएम दीपक रावत से मुलाकात की तो उन्हें जिलाधिकारी के सख्त तेवरों का सामना करना पड़ा। इस दौरान डीएम रावत ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों की जमकर क्लास लगाई।
जिलाधिकारी ने हड़ताल पर गए मेडिकल स्टोर संचालकों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दुकान पर फार्मासिस्ट नहीं होगा तो कार्रवाई की जाएगी और इसमें कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आप लोगों को दवाइयों के सेल पर्चेज को भी मेंटेन रखना है, यदि कहीं भी कोई अनियमितता पाई गई और भविष्य में कोई हड़ताल की बात की गई तो मेडिकल स्टोर स्वामियों के खिलाफ आइपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं, जिलाधिकारी से मुलाकात के बाद मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी बैकफुट पर नजर आए।
डीएम से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि हमने जिलाधिकारी को आश्वासन दिया है कि जो भी खामियां हैं उन्हे पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट तो मेडिकल स्टोर पर रहते ही हैं, लेकिन कभी-कभी किसी काम से उन्हें इधर-उधर जाना भी पड़ सकता है।
बता दें कि मेडिकल स्टोर्स का संचालन फार्मासिस्ट की डिग्री होने पर ही किया जा सकता है। लेकिन शहर में कई ऐसे मैडिकल स्टोर हैं, जहां फार्मासिस्ट केमिस्ट शॉप से गायब रहकर दूसरी जगह काम कर रहे हैं और दुकान खोल के लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।