देहरादून। शहर के सबसे व्यस्तम क्षेत्र राजपुर रोड पर अब बिना किसी डर के वाहन पार्क किए जा सकेंगे। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के साथ किए गए अनुबंध के आधार पर कार्यदाई संस्था ब्रिडकुल ने दून की पहली स्मार्ट पार्किंग पर धरातलीय काम शुरू कर दिया है। एक सप्ताह के भीतर स्मार्ट पार्किंग पर वाहन भी खड़े होने लग जाएंगे।
एमडीडीए के उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव के अनुसार स्मार्ट पार्किंग (ऑन स्ट्रीट पार्किंग) के लिए सड़क किनारे मार्किंग शुरू हो गई है और कुछ स्थानों पर टाइल्स लगाने का काम भी किया जा रहा है।
दून में अब आम व्यक्ति सड़क किनारे बेधड़क होकर अपना वाहन खड़ा कर पाएंगे। एमडीडीए के प्रयास से पहली बार पार्किंग व्यवस्था सर्वे फाइलों से बाहर निकलकर धरातल पर उतरता दिख रहा है। एमडीडीए ने घंटाघर से सिलवर सिटी तक पार्किंग के 28 स्थान चिह्नित कर लिए हैं। सबसे अधिक 21 उपयुक्त स्थल घंटाघर से राजपुर रोड की तरफ बढ़ते हुए बायीं तरफ पाए गए हैं। एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव के आदेश पर ऑन स्ट्रीट (सड़क किनारे) पार्किंग के लिए इक्यूवैलेंट कार स्पेस (ईसीएस) का सर्वे किया गया था। इसके तहत कार पार्किंग के लिए ऐसे स्थलों का चयन किया गया, जिनकी लंबाई सड़क की तरफ कम से कम पांच मीटर हो। जबकि दुपहिया वाहनों के लिए कम से कम दो मीटर लंबाई वाले स्थलों का चयन किया गया। मिश्रित रूप से पार्किंग कराने पर इस पूरी सड़क पर 661 वाहन खड़े किए जा सकेंगे। सर्वे में शामिल एमडीडीए के ट्रांसपोर्ट प्लानर जगमोहन के अनुसार, दूसरे चरण में अब पार्किंग स्थलों पर सेंसर व बोर्ड लगाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि राजपुर रोड जाते हुए बायीं तरफ 21 स्थल, जबकि घंटाघर की तरफ आते हुए 07 स्थल चिह्नित किए गए हैं। खास बात यह कि संख्या के हिसाब से भी वाहनों का सर्वाधिक दबाव बायीं तरफ ही रहता है। इस क्षेत्र में करीब 650 वाहन खड़े किए जा सकेंगे।
क्या होगा खास, घर बैठे बुक कर सकेंगे स्पेस
स्मार्ट पार्किंग क्षेत्र में घर बैठे पार्किंग स्पेस बुक करने के लिए एप भी तैयार किया जा रहा है ताकि लोगों को जिस स्थल के आसपास काम होगा, वह वहां की पार्किंग पहले से बुक करा सकेंगे। इसके तहत कार के लिए सड़क की तरफ पांच मीटर लंबाई व 2.2 मीटर चौड़ाई प्रति कार के हिसाब से आरक्षित की जाएगी। दुपहिया के लिए यह स्थल लंबाई में दो मीटर व चौड़ाई में 1.8 मीटर आरक्षित रहेगा। ऑन स्ट्रीट पार्किंग स्थल पर जगह-जगह बोर्ड लगे होंगे, ताकि दूर से ही यह पता चल सके कि वहां पर वाहन पार्क किए जा सकते हैं। एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार, पार्किंग व्यवस्था के विकास व संचालन के लिए कंपनियों की तलाश भी शुरू की जा रही है। यह कार्य पीपीपी मोड व एमडीडीए के स्वयं करने के दोनों में से कोई भी विकल्प अपनाया जा सकता है।
एमडीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि ऑन स्ट्रीट पार्किंग के अलावा विभिन्न कॉम्पलेक्स की पार्किंग का प्रबंधन करने पर भी एमडीडीए ने कवायद शुरू कर दी है। कॉम्पलेक्स संचालकों ने इस व्यवस्था पर अपना सकारात्मक रुझान दिया है। अभी पार्किंग की जिम्मेदारी संचालकों पर ही है, मगर उचित प्रबंधन के अभाव में अधिकतर कॉम्पलेक्स में पार्किंग व्यवस्था सुचारू नहीं है।
स्मार्ट पार्किंग पर लगेगा 15 से 30 रुपये का शुल्क
दून की पहली स्मार्ट पार्किंग का काम अंतिम चरण में है। पार्किंग में वाहन खड़े करने के लिए लोगों को शुल्क भी अदा करना होगा, हालांकि यह उस 100 रुपये से बहुत कम है, जिसे नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करने पर चालान के रूप में भुगतना पड़ता है। यह शुल्क पहले घंटे के लिए करीब 15 से 30 रुपये होगा। हालांकि इस राशि पर अभी अंतिम मुहर लगनी बाकी है।
शनिवार को मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) उपाध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ पार्किंग स्थलों पर निरीक्षण भी किया। उपाध्यक्ष डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि पार्किंग स्थलों पर कैमरे लग चुके हैं ताकि वाहनों की पूरी निगरानी की जा सके। इसकेअलावा पार्किंग की व्यवस्था संभालने वाले कर्मचारियों के पास टिकट देने के लिए हैंड हेल्ड मशीन भी होगी। जैसे ही मशीन पर टिकट दर्ज किया जाएगा, उसका पूरा ब्योरा ऑनलाइन पार्किंग के कमांड कंट्रोल सेंटर पर आ जाएगा। पार्किंग के एक स्थल पर उपाध्यक्ष ने मशीन की जांच के लिए वाहन भी खड़ा किया और वाहन खड़े करने से लेकर टिकट देने तक की पूरी प्रक्रिया का भी अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि पार्किंग स्थल विकसित किए जा चुके हैं और अब अंतिम चरण में पेंटिंग का काम किया जा रहा है। पार्किंग शुल्क को लेकर मंगलवार को विभिन्न विभागों की समन्वय समिति की बैठक आयोजित पर इस पर अंतिम मुहर भी लगा दी जाएगी। इसके बाद स्मार्ट पार्किंग के उद्घाटन की तिथि भी तय की जाएगी।