दून मेट्रो रेल परियोजना पकड़ेगी नए साल से रफ्तार!

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(देहरादून) उत्तराखंड की बहुप्रतीक्षित दून मेट्रो रेल परियोजना नए साल से रफ्तार पकड़े इसके लिए कवायद तेज हो गई है। जनवरी 2018 में परियोजना की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को कैबिनेट में रखा जाए इस बात पर भी विचार किया जा रहा हैं। इसके अलावा मेट्रो परियोजना को लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम (एलआरटीएस) पर विकसित किया जा रहा है, जो कि प्रदेश के लिए बिल्कुल नई तकनीक है, लिहाजा उत्तराखंड मेट्रो रेल, शहरी अवस्थापना व भवन निर्माण निगम के अधिकारी इसके हर पहलू की जानकारी के लिए 24 व 25 नवंबर को दिल्ली में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) के अधिकारियों के साथ मंथन करेंगे।
निगम के प्रबंध निदेशक जितेंद्र त्यागी के मुताबिक एलआटीएस वैसे तो मेट्रो की तरह ही है, लेकिन इसकी तकनीकी भिन्न है। यही वजह है कि परियोजना में सहयोग कर रहे डीएमआरसी अधिकारियों के साथ बैठक कर यह जानकारी जुटाई जाएगी कि कौन-कौन सी कंपनी इस तकनीक पर काम करने में सक्षम हैं। परियोजना के सफल क्रियान्वयन के लिए यह किया जाना बेहद जरूरी है।
प्रबंध निदेशक त्यागी के अनुसार पहले फेज में परियोजना के 24 किलोमीटर लंबे आइएसबीटी-कंडोली/राजपुर व एफआरआइ (वन अनुसंधान संस्थान)-रायपुर के कॉरीडोर का निर्माण किया जाएगा। इसकी लागत करीब 3,372 करोड़ रुपये आएगी। वर्ष 2021-22 तक पहले फेज का निर्माण पूरा करने के बाद अगले फेज में शेष परियोजना पर काम किया जाएगा।
यहां से ऋण लेने पर विचार
मेट्रो रेल के प्रबंध निदेशक जितेंद्र त्यागी ने बताया कि परियोजना के लिए वित्तीय साधन जुटाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। अभी एशियन डेवलपेमंट बैंक (एडीबी), यूरोपियन यूनियन बैंक व फ्रांस के केएफडब्ल्यू डेवलपमेंट बैंक से ऋण लेने पर विचार चल रहा है। यह ऋण दो फीसद ब्याज दर पर लिया जाएगा।
15 फीसद तक बढ़ेगी लगात
मेट्रो रेल परियोजना के पहले फेज की लागत वर्ष 2017 के अनुसार 3372 करोड़ रुपये आंकी गई है। हालांकि अनुबंध होने व काम शुरू होने तक लागत में करीब 15 फीसद का इजाफा संभव है। लिहाजा, मूल लागत के साथ कंपिटिशन प्राइस का आकलन भी कर लिया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत परियोजना को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस महत्वकांक्षी परियोजना के निर्माण में बजट को बाधा नहीं बनने दिया जाएगा।
परियोजना की लागत पर एक नजर
पहला फेज
आईएसबीटी-कंडोली/राजपुर, 1760 करोड़ रुपये
एफआरआई-रायपुर, 1612 करोड़ रुपये
दूसरा फेज
हरिद्वार-ऋषिकेश, 4740 करोड़ रुपये
आईएसबीटी-नेपाली फार्म, 5026 करोड़ रुपये
सॉइल टेस्टिंग का काम शुरू
उत्तराखंड मेट्रो रेल, शहरी अवस्थापना व भवन निर्माण निगम ने पहले फेज के दो कॉरीडोर पर काम शुरू करने के लिए सॉइल टेस्टिंग का काम भी शुरू कर दिया गया है। दोनों कॉरीडोर पर हर 200 मीटर के फासले पर यह कार्य किया जा रहा है ताकि पता लगाया जा सके कि परियोजना रूट पर भूगर्भ की स्थिति कैसी है।