ऋषिकेश में गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई जब श्यामपुर पुलिस चौकी के पास रहने वाली एक महिला की दो मासूम बेटियों की अज्ञात लोगों ने गला घोट कर निर्मम हत्या कर दी। इससे क्षेत्र में दहशत बनी हुई है। महिला श्रमिक सीता देवी आज सुबह आठ बजे काम पर गई थी। घर वापस आकर देखा तो कमरे में दोनों बच्चियां मृत मिली। दोनों मासूमों में एक 13 साल की थी और एक 4 साल की। सूचना पाकर एसपी देहात सरिता डोभाल कोतवाली प्रभारी एसपी निहारिका भट्ट घटनास्थल पर पहुंचे। देहरादून से फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई। पुलिस ने बताया कि महिला का पति सूरज किसी मामले में फिलहाल सुद्धोवाला जेल में है।
फौरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल की जांच करने के बाद ऐसा लग रहा था कि मृतका ने अपने बचाव के लिये काफी संघर्ष किया था। फौरंसिक टीम ने मौके पर मिले सफेद बालों और दीवार, गद्दे आदि पर लगे खून एवं खून लगे कपड़ों को जांच के लिये कब्जे में लिया । बच्चियों की मां ने बताया कि दोनो बेटियां शौच व नहाने धोने के लिये गुरूद्वारे में जाती थी इस कारण गुरूद्वारे में काम करने वाला सेवक सरदार परवान सिंह बच्चियों को तंग व परेशान करता था।
सन्देह के आधार पर सरदार परवान सिंह से पूछताछ की गयी तो सरदार परवान सिंह की हथेली पर दांत के कटे का निशान व मांस उखड़ा, और बांयी आंख के नीचे नाखुनों की खुरच के निशान मिले।सख्ती से पूछताछ करने पर सरदार परवान सिंह ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने कहा कि सुबह मैने नहाते समय अपनी पगड़ी उतारकर किनारे रखी तो बड़ी लड़की मनीषा ने मेरी पगड़ी में लात मारी, जिससे मुझे गुस्सा आ गया। थोड़ी देर बाद वो बच्चो के घर गया। उसने बड़ी लड़की मनीषा की हाथ से गला दबाकर हत्या कर दी तथा छोटी बच्ची के शोर करने पर मैने उसे भी वहां पास में पड़ी बैल्ट से गला दबाकर मार दिया और मैं वहां से चला गया।
परवान सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे कोर्ट में पेश किया जायेगा। निहारिका भट्ट की अगुवाी में बनी पुलिस टीम ने कुछ घंटों में ही इस केस को सुलझा कर काबिले तारीफ काम किया है।