ईडी की जांच में खुलासा, कुंभ टेस्टिंग में हुई धांधली

0
446
कुंभ

प्रेम हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट और मनी लॉन्ड्रिंग सहित कई मामलों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा। ईडी ने इस दौरान घंटों छापेमारी की। डॉक्टर संध्या शर्मा के हास्पिटल के साथ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई उत्तराखंड सहित दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में की गई थी। ईडी के अधिकारियों ने जांच के बाद कई खुलासे किये हैं।

प्रवर्तन निदेशालय ने 6 अगस्त को हरिद्वार में हाल ही में आयोजित कुंभ मेले के दौरान हुई कथित फर्जी आरटीपीसीआर परीक्षण धोखाधड़ी की जांच के सिलसिले में 5 अलग-अलग शहरों में 5 प्रयोगशालाओं के कार्यालयों पर छापा मारा। बताया जा रहा है कि ईडी ने हरिद्वार में एक लैब से 30.9 लाख रुपये की नकदी, लैपटॉप और कुछ फर्जी बिल भी बरामद किए हैं। ईडी ने अपनी जांच में ये भी पाया है कि एक ही मोबाइल और एक ही पते के साथ कई लोगों की टेस्टिंग की गई जो पूरी तरह से फर्जी है। बताया जा रहा है कि इन तमाम लैब ने अब तक सरकार से 3. 4 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान भी कर लिया है।

ईडी के अधिकारियों ने बताया कि इन प्रयोगशालाओं द्वारा किए गए नकली कोविड टेस्ट के कारण उस समय हरिद्वार में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट वास्तविक 5.3 प्रतिशत के मुकाबले 0.18 प्रतिशत थी। ईडी ने कहा है कि इन लैब्स ने शायद ही कोई रैपिड एंटीजन टेस्ट किया हो, लेकिन आरटीपीसीआर टेस्टिंग के लिए फर्जी एंट्री की और अवैध वित्तीय लाभ कमाने के लिए फर्जी बिल बनाए। ईडी ने बताया कि वास्तविक टेस्ट के बिना संख्याओं को बढ़ाने के लिए कई व्यक्तियों के लिए एक ही मोबाइल नंबर, पते और एक नमूना रेफरल फॉर्म का उपयोग किया गया। टेस्ट उन व्यक्तियों के नाम पर किया गया था, जो कुंभ मेले के लिए हरिद्वार भी नहीं गए थे। प्रवर्तन निदेशालय और खुफिया एजेंसी ने उत्तराखंड पुलिस द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर मनी-लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की है।

प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, जांच से पता चला है कि इन प्रयोगशालाओं से इस साल कुंभ मेले के दौरान परीक्षण के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट और आरटी-पीसीआर परीक्षण करने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा एक अनुबंध किया गया था। ईडी ने कहा कि मामले के संबंध में छापेमारी अभी जारी है और आगे की जांच जारी है। उधर, हरिद्वार सीएमओ की माने तो इस पूरे घटनाक्रम में दो जांचें चल रही हैं। ईडी और एसआईटी दोनों मिलकर इसमें जांच कर रही हैं, जो भी दोषी होगा उन पर कार्रवाई की जाएगी।