शिक्षा मौजूदा चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाए- जावड़ेकर

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देहरादून, देश के छात्र-छात्राओं को उद्योग जगत से जोड़ने की शानदार पहल के रूप में केंद्र सरकार के स्मार्ट इंडिया हेकाथान का ग्रेंड फिनाले ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में शुरू हो गया। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शिक्षा क्षेत्र में बहुत बड़े बदलाव की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्कूल कालेजों में शिक्षा के मौजूदा तरीकों से हटकर आज के दौर की समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

श्री जावड़ेकर ने कहा कि, “उद्योग जगत और जनजीवन को जिन समस्याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, शिक्षा व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए, जो इनके समाधान के लिए युवाओं को तैयार करे। स्मार्ट इंडिया हैकाथान का ये प्लेटफार्म ऐसी ही विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए युवाओं को आगे लाने की शानदार और अद्भुत पहल है। यह खोज की प्रतियोगिता है। केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों और निजी क्षेत्र के उद्योगों ने इसके लिए अपनी कई समस्याएं भेजी हैं। ऐसी समस्याएं जिनका कोई समाधान नहीं है। उनका डिजीटल और हार्डवेयर के रूप में समाधान इन प्रतियोगियों को तलाशना है। इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को शोध की ओर प्रवृत्त करने और शोध से जोड़ने का महत्वपूर्ण उद्देश्य इस आयोजना से जुड़ा है। सबसे ज्यादा संख्या में छात्र-छात्राओं की भागीदारी वाला ये दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन है। इस बार दो लाख से अधिक छात्र-छात्राएं इस प्रतियोगिता में शामिल हुए हैं। इसके लिए देश भर में 48 संस्थानों को नोडल सेंटर बनाया गया है।”

आज देर रात प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी शिक्षा को देश और दुनिया की जरूरतों से जोड़ने वाली इस क्रांतिकारी पहल से जुड़ी प्रतियोगिता में शामिल छात्र-छात्राओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत करेंगे।

विश्व के ओपन इनोवेशन मॉडल के रूप में आयोजित स्मार्ट इंडिया हेकाथान- 2019 के लिए सरकार ने देश की प्रमुख सरकारी क्षेत्र की कम्पनियों के साथ ही  उद्योग जगत से समस्याएं एकत्र की हैं, देश भर के इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को इन समस्याओं के समाधान के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करने का अवसर प्रदान करने के लिए ये आयोजन किया गया है। स्मार्ट इंडिया हैकाथान के दो मुकाबलों के लिए कारगर सॉफ्टवेयर तैयार करने वाले देश भर के प्रतियोगियों में से चुने गए छात्र-छात्राओं को उद्योगों से जुड़ी समस्याओं के समाधान का अवसर देने और उनकी प्रतिभा को परखने के लिए आज से यह ग्रेंड फिनाले आयोजित किया गया है।

उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर के वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सम्बोधन के बाद आज विश्वविद्यालय के सी.एस. आई.टी. ब्लॉक में ग्रेंड फिनाले शुरू हो गया। इसमें महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश, यू.पी., हैदराबाद, राजस्थान और चेन्नई की टीमें अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। इन टीमों के 6-6 छात्र-छात्राओं के साथ ही दो शिक्षकों को मैंटोर के रूप में शामिल किया गया है। इन टीमों को भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड, गैस अथौरिटी ऑफ इंडिया, स्कीपर सील, बी.एच.ई.एल., राजस्थान सरकार के वेस्ट मैटीरियल विभाग और जयपुर नगर निगम से जुड़े समस्याओं के समाधान के लिए प्रभावी सॉफ्टेवेयर तैयार करने का कार्य सौंपा गया है। इन छात्र-छात्राओं की 28 टीमों को लगातार 36 घंटे कार्य करके ये सॉफ्टवेयर तैयार करने हैं। सुबह शुरू हो चुकी यह प्रतियोगिता तीन मार्च की शाम सात बजे तक लगातार चलेगी। जिन उद्योगों से जुड़ी समस्याओं का इन टीमों को समाधान करना है, उनके विशेषज्ञ ज्यूरी मेम्बर के रूप में विश्वविद्यालय परिसर में मौजूद रहकर प्रतियोगियों के कार्य की देखरेख कर रहे हैं।

स्मार्ट इंडिया हैकाथान का आयोजन केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (ए.आई.सी.टी.ई.) के साथ मिलकर किया है। इस आयोजन के लिए उत्तराखंड में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी का चयन किया गया है। आज इस संबंध में पत्रकारों से  बातचीत करते हुए ग्राफिक एरा के कुलपति डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने कहा कि, “विश्वविद्यालय के शिक्षा के स्तर, ढांचागत सुविधाओं और उद्योग जगत से बेहतरीन जुड़ाव के कारण ग्राफिक एरा को इस अन्तर्राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रम से जोड़ा गया है। ग्राफिक एरा में इस वर्ष बी टेक में 40.68 लाख रूपये तक सालाना का प्लेसमेंट मिलना ऐसे ही कार्यक्रमों और उद्योग जगत की जरूरतों के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षित करने का नतीजा है।

इस अवसर पर ए आई सी टी ई के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कीर्ति सिंह और मानव संसाधन विकास मंत्रालय की प्रतिनिधि पूजा कोठारी मौजूद थीं।