नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी(सीईओ) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषणों को सीधे प्रसारित करने वाले ‘नमो’ टीवी को इश्तिहारी चैनल मानते हुए उसके सामग्री की जांच करने को कहा है। इसके अलावा आयोग भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) से इस पर होने वाले खर्च को उसके सालाना ऑडिट में शामिल करने को कहेगा। ‘नमो’ टीवी डीटीएच के माध्यम से प्रसारित होने वाला चैनल है।
दिल्ली के सीईओ को आयोग ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि नमो टीवी में दिखाई जा रही सामग्री को ‘मीडिया प्रमाणन और निगरानी समिति’ ने पूर्व मंजूरी दी हो।
चुनाव आयोग ने इससे पहले नमो टीवी के संबंध में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से जवाब मांगा था। मंत्रालय ने डीटीएच सेवा प्रदाताओं से इस बारे में जानाकारी लेकर अपना जवाब आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया था। मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा था कि नमो टीवी एक इश्तिहारी मंच है, जिसे डीटीएच सेवा प्रदाता प्रसारित कर रहे हैं। इस तरह के इश्तिहारी चैनल के लिए मंत्रालय की अनुमति नहीं लेनी पड़ती। दूसरी ओर यह नियमित चैनल भी नहीं है, जिसके चलते यह मंत्रालय की चैनल सूची में भी शामिल नहीं है।
चुनाव आयोग ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की शिकायतों पर नमो टीवी का विवरण मांगा था।
उल्लेखनीय है कि 31 मार्च को नमो टीवी देश के कुछ डीटीएच सेवा के दौरान प्रसारित होना शुरू हुआ था। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण, भाजपा का चुनावी प्रचार और केंद्र सरकार की योजनाओं को दिखाया जाता है।