कोटद्वार, नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत ग्रास्टनगंज क्षेत्र में लम्बे समय से हाथी की दहशत बनी हुई है। वन विभाग की ओर से हाथी को रोकने के लिए किए गए उपाय फेल साबित हो रहे हैं। सोमवार देर रात को फिर से हाथियों के एक झुंड ने उत्पात मचाया।
देर रात हाथियों का झुंड सुरक्षा दीवार फांदकर काश्तकारों के खेतों में घुस गया। जहां हाथियों ने फसलों को नुकसान पहुंचाया और एक बगीचे की दीवार भी तोड़ दी। इस सबंध में स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग के कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद हाथियों को वापस जंगल की ओर खदेड़ा।
स्थानीय निवासी कन्हैया लाल, प्रेम, सती और दिनेश खंतवाल ने बताया कि उन्होंने बड़ी मेहनत से फसल उगाई थी जिसे हाथियों के झुंड ने तबाह कर दिया। साथ ही बरसाती सब्जियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि वन विभाग हाथी की रोकथाम करने में नाकाम साबित हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों से हाथी लगातार आबादी वाले क्षेत्रों में घुसकर लोगों की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं लेकिन शिकायत के बाद भी वन विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं उठा रहा है।
वन विभाग द्वारा हाथी की रोकथाम के लिए बनाई गई सुरक्षा दीवार का भी कोई फायदा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हाथियों की वजह से लोगों का खेती करना मुश्किल हो गया है। इसी वजह से कई काश्तकारों ने खेती करना छोड़ दिया है। उन्होंने वन विभाग से नुकसान का उचित मुआवजे और क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की है।