हरिद्वार, संत समाज आगामी 2021 में होने वाले कुंभ के कार्यों की धीमी गति से सरकार से नाराज चल रहा है। संतों की नाराजगी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ने जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज से उनके कनखल स्थित हरिहर आश्रम पहुंचकर मुलाकात की। यहां एक बंद कमरे में एक घंटे तक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अवधेशानंद गिरि की वार्ता हुई।
मुख्यमंत्री ने बताया कि, “कुंभ को भव्य बनाने, कुंभ में अपनी परंपरा और आधुनिकता का समावेश करने के विषय में अवधेशानंद गिरि महाराज से बातचीत हुई है।” कुंभ के कार्यों में देरी को लेकर मुख्यमंत्री का कहना है कि, “जब कुंभ का समय आएगा तो सारी चीजें सही नजर आएंगी। कुछ काम ऐसे हैं, जिनमें वक्त लगता है। कुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।“
उन्होंने बताया कि, “हरिद्वार में हाईवे निर्माण में कार्यरत कंपनी ब्लैक लिस्ट हो गई थी। लेकिन परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की पहल से फिर से कार्य शुरू करवा दिया गया है, जल्द ही हाईवे का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।”
देवप्रयाग में शराब की फैक्ट्री के विरोध में 19 दिन से अनशन कर रहे साधु-संतों और हिंदू संगठनों की मांग को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि, “संतों की इच्छा जरूर पूरी होगी। उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा है कि नशे के प्रति लोग जागरूक रहें और शराब का सेवन न करें, किसी भी तरह का नशा हानिकारक होता है।”
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज का कहना है कि कुंभ में अखाड़े और अखाड़े के महामंडलेश्वर के साथ यहां आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी भूमिका होती है। कुंभ आस्था का पर्व है जिसके चलते कुंभ में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। कुंभ की सारी व्यवस्थाएं सरकार की जिम्मेदारी होती है। लेकिन अभी तक कुंभ के कार्यों में गति नहीं आई है।