दोबारा होगी फेल एमबीबीएस छात्रों की प्रयोगात्मक परीक्षा

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देहरादून,  दून मेडिकल कॉलेज में एनाटॉमी की सप्लीमेंटरी परीक्षा में प्रैक्टिकल में फेल एमबीबीएस द्वितीय बैच के छात्रों के लिए राहतभरी खबर है। उनकी प्रयोगात्मक परीक्षा पुन: कराई जाएगी। एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय की शैक्षिक परिषद की विशेष बैठक में यह निर्णय लिया गया। जिसके बाद छात्रों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया है।

कुलपति डॉ. हेमचंद्र पांडेय की अध्यक्षता में शैक्षिक परिषद की विवि परिसर में विशेष बैठक आयोजित की गई। कुलसचिव प्रो. विजय जुयाल ने बताया कि, “एमसीआइ और विवि के नियमों के तहत निर्णय लिया गया है। यह तय किया गया कि फेल हुए छात्रों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं दोबारा कराई जाएंगी। नियमों के तहत ग्रेस दिया जाना संभव नहीं था, इसीलिए यह हल निकालना पड़ा।”

परीक्षा विवि द्वारा नियुक्त चार बाह्य परीक्षकों द्वारा कराई जाएगी। 5 से 10 जनवरी के बीच यह परीक्षा होगी। परीक्षा के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। छात्रों को इस विषय में अवगत करा दिया गया है। इसके बाद छात्रों ने आंदोलन खत्म कर दिया गया है।

बता दें कि विवि ने गुरुवार रात भी इस मसले पर बैठक की थी। छात्रों को शुक्रवार तक मसले का हल निकालने का आश्वासन दिया था। बैठक में चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नवीन थपलियाल आदि मौजूद रहे।

यह है मामला
जुलाई-अगस्त में दून मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस द्वितीय बैच की एनाटॉमी की परीक्षा में 150 में से 52 छात्र फेल हो गए थे। नवंबर में सप्लीमेंटरी परीक्षा कराई गई थी। जिसका बीते सोमवार रिजल्ट जारी किया गया। थ्योरी में छात्रों के अच्छे अंक हैं, जबकि प्रैक्टिकल में कम अंक होने की वजह से 40 छात्र फेल हो गए हैं। जिन्होंने प्रैक्टिकल में जानबूझकर उन्हें कम अंक देने का आरोप लगाया है। इसे लेकर छात्रों ने सोमवार देर शाम कॉलेज परिसर में धरना शुरू कर दिया था। मंगलवार रात चिकित्सा शिक्षा निदेशक से वार्ता के बाद उन्होंने धरना समाप्त किया।