181 साल से बसे परिवारों को मिले मालिकाना हक

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तहसील क्षेत्र अंतर्गत चाय बागान उदियाबाग में 181 साल से रह रहे मजूदर परिवारों ने सूबे के मुख्यमंत्री से जमीन पर मालिकाना हक दिलाने की गुहार लगाई है। रविवार को पछवादून के विकासनगर पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को स्थानीय बाशिंदों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि आजादी से पहले निवास करने के बावजूद आज तक उन्हें उनके अधिकार नहीं मिले हैं। इसके चलते अपने ही देश में वे शरणार्थियों जैसा जीवन जीने को मजबूर हैं।

रविवार को सीएम को सौंपे ज्ञापन में लोगों ने कहा कि 1836 के लगभग उनके पूर्वज रोजगार की तलाश में यहां आए थे और तब से इसी जगह पर बसे हुए हैं लेकिन एक सदी से ज्यादा बीत जाने के बावजूद उनकी दशा व दिशा में कोई अंतर नहीं आया है। आज तक जमीन पर मालिकाना हक नहीं मिलने से उन्हें जाति, निवास प्रमाण पत्र नहीं मिल रहे हैं। जिससे उनको सरकारी योजनाओं व सरकारी नौकरी का लाभ नहीं मिल रहा है। लिहाजा वे पीढ़ी दर पीढ़ी मजदूरी करने को मजबूर हैं।
उत्तर प्रदेश शासनकाल के दौरान से ही जमीन पर मालिकाना हक दिलाने की मांग की जा रही है लेकिन उनकी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब स्थानीय बाशिंदों ने अपने बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए एक बार फिर प्रदेश के मुखिया से गुहार लगाई है। ज्ञापन सौंपने वालों में मुन्ना लाल, अमरनाथ, दीपक, रिंकू, अरविंद, प्रदीप, महिपाल सिंह, पूजा, किशन, राजेंद्र, मुकेश आदि शामिल रहे।