मुंबई, केंद्र द्वारा संसद में पेश किए गए बजट में भारतीय सिनेमा को भी सौगात दी गई, जिसे लेकर फिल्म इंडस्ट्री में खुशी का माहौल है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा पेश किए गए बजट के दौरान सिनेमा की दुनिया भी चर्चा में आई। एक तरफ पीयूष गोयल ने बजट प्रावधानों में दो बड़ी घोषणाएं कीं। पहली घोषणा के मुताबिक, भारत के किसी भी कोने में होने वाली किसी भी फिल्म की शूटिंग के लिए अब सरकारी अनुमति पाने के लिए सिंगल विंडो व्यवस्था लागू की जाएगी। अभी तक ये व्यवस्था सिर्फ विदेशी फिल्मों की शूटिंग तक ही सीमित थी।
दूसरी घोषणा के अनुसार, पाइरेसी रोकने के लिए सिनेमाटोग्राफी एक्ट में बदलाव के संकेत देते हुए इनको और सख्त करने की बात की गई। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मिलने गए सिनेमा के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सिंगल विंडो व्यवस्था की मांग की गई थी, जिस पर प्रधानमंत्री ने विचार करने का आश्वासन दिया था। फिल्म निर्माताओं की संस्था गिल्ड के अध्यक्ष सिद्धार्थ रॉय कपूर ने इन बजट प्रस्तावों का स्वागत करते हुए सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है कि इन मांगो को बजट में शामिल किया गया है।
कपूर का कहना है कि, “सिंगल विंडो सिस्टम लागू होने से फिल्मों की शूटिंग करने में राहत मिलेगी और इससे टूरिज्म पर बेहतर असर होगा। पाइरेसी को लेकर हुई घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि ये हमारी इंडस्ट्री के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और इसका सामना करने के लिए हमें सरकारी सहयोग की जरुरत है। “
बजट पेश करते हुए पीयूष गोयल ने देश के विकास में फिल्मी दुनिया के योगदान का जिक्र करते हुए इसे बड़ा उद्योग कहकर संबोधित किया। अटलबिहारी सरकार ने ही पहली बार फिल्मी दुनिया को उद्योग का दर्जा दिया था।
पीयूष गोयल ने अपने बजट संबोधन में हाल ही में रिलीज हुई फिल्म उरी का भी उल्लेख किया और हाउ इज जोश कहा, तो संसद तालियों से गूंज उठा। इस पर संसद में मौजूद भाजपा सासंद परेश रावल भी मुस्करा पड़े, जिन्होंने फिल्म उरी में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोबाल का किरदार निभाया है। हाल ही में मुंबई यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उरी फिल्म का जिक्र करते हुए एक समारोह में हाउ इज जोश का जिक्र किया था, तो तालियां बज उठी थीं।