चारधाम यात्रा न होने से पीआरडी के जवानों के सामने आर्थिक संकट

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चमोली जिले में कोरोना के चलते चार धामयात्रा न होने से व्यापारियों, तीर्थपुरोहित के साथ ही प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के प्रशिक्षित जवान भी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। चारधाम यात्रा के दौरान पुलिस के साथ पीआरडी के जवानों को भी ड्यूटी पर तैनाती किया जाता था।

बता दें, जिले में वर्तमान में पीआरडी के1099 प्रशिक्षित जवान पंजीकृत हैं। लेकिन चारधाम यात्रा का संचालन न होने के चलते जिले के 969 जवानों को ड्यूटी नहीं मिल सकी है। ऐसे में प्रशिक्षित जवान बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। हालांकि विभाग ने वर्तमान में चारधाम यात्रा के लिये 65, विभिन्न तहसीलों में 48 और स्वास्थ्य विभाग में 17 प्रशिक्षितों को तैनाती की है।

प्रांतीय रक्षक दल हित संगठन के बलवंत सिंह राणा और सतेंद्र पंवार का कहना है कि चारधाम यात्रा के दौरान करीब दो सौ से ढाई सौ प्रशिक्षित जवानों को रोटेशन के आधार पर तैनाती दी जाती थी लेकिन कोरोना के चलते यात्रा ठप पड़ी है। जवानों को तैनाती न मिलने से उनके परिवारों के सामने के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार भी पीआरडी जवानों को रोजगार मुहैया करवाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

क्या कहते हैं अधिकारी

चमोली जिले में विभाग में 1099 प्रशिक्षित जवान पंजीकृत हैं। लेकिन चारधाम यात्रा का संचालन न होने के चलते प्रतिवर्ष पुलिस ड्यूटी में तैनात होने वाले जवानों की तैनाती भी नहीं की जा सकी है। जिससे चलते जवानों को रोजगार उपलब्ध कराने में दिक्कतें आ रही हैं। जिले में अन्य विभागों में रोजगार की संभावनाओं को देखकर जवानों को तैनाती कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।