देहरादून, उत्तराखंड और नेपाली मूल के लोगों का सावन के पहले सोमवार पर राजधानी देहरादून सहित प्रदेश भर के शिवालयों में सुबह से भक्तों की भीड़ लगी रही। मंदिरों में सुहागिनों ने भगवान शिव का जलाभिषेक कर अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना की। श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने यातायात व सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए थे।
सोमवार सुबह चार बजे से प्रदेश के सभी शिवालयों में पूजा-अर्चना के साथ घंटा घड़ियालों की गूंज सुनाई देने लगी थी। सुबह से ही भक्त मंदिरों में आने लगे थे। भक्तों ने भगवान के दर्शन-पूजन कर फूल-बेल पत्र आदि से श्रृंगार किया। इस मौके पर मंदिराें में भोले बाबा को पहले सोमवार के लिए दूधेश्वर स्वरूप सजाया गया था। प्रशासन की ओर से यातायात व सुरक्षा व्यवस्था भी चौकस की गई है।
सोमवार को टपकेश्वर, पृथ्वीनाथ महादेव, गढ़ी डाकरा स्थित नागेश्वर मंदिर, जंगम शिवालय सहित अन्य मंदिरों में सुबह से भगवान शिव की पूजा के लिए श्रद्धालु लाइन में लगे रहे। शहर के सभी शिव मंदिरों में भोले बाबा का पंचामृत अभिषेक किया गया। टपकेश्वर मंदिर में पहले सोमवार को मंदिर मेें सुबह चार बजे भोले बाबा का विशेष अभिषेक और पंचामृत से अभिषेक किया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए कपाट रात नौ बजे तक खोल दिए गए।
टपकेश्वर के महंत कृष्ण गिरी ने बताया कि आगामी 24 अगस्त को टपकेश्वर मंदिर से भागवान भोले बाबा की भव्य शोभा यात्रा सेवादल की ओर से सावन के आखिरी हफ्ते को देखते हुए भगवान शिव की शोभा यात्रा निकाली जाएगी और श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा। बताया कि 27 जुलाई को दोपहर 2:54 बजे से रात 2:30 बजे तक चंद्रग्रहण रहेगा, जिसके चलते पूजा-पाठ नहीं होगा। उसी दिन, 28 जुलाई को सुबह चार बजे से पूजा आरंभ हो जाएगी।
सहारनपुर चौक स्थित पृथ्वीनाथ मंदिर के दिगंबर भागवत पुरी ने बताया कि आगामी 28 जुलाई से 26 अगस्त तक शिव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। हरिद्वार से लाए गए गंगा जल और दूध, दही, घी, पंचामृत, शक्कर, मधु आदि से भगवान भोले बाबा का सामूहिक रुद्राभिषेक किया जाएगा।