देहरादून शहर के कुछ युवा एन्ट्रोप्रिन्योर ने एक मशीन तैयार की है जिसे उन्होंने नाम दिया है “विंड सोलर हाइब्रिड इलेक्ट्रीकल चार्जिंग स्टेशन”। इन युवाओं के मुताबिक यह स्टेशन हवा और सूरज की रोशनी से निकलने वाली एनर्जी को इकट्ठा कर एक साफ सुथरी ऊर्जा तैयार करता है जो इलेक्ट्रिकल डिवाइस को चार्ज करने का काम करता है।
इस समय यह सिस्टम सहस्त्रधारा रोड पर लगाया किया गया है जो एक दिन में लगभग 4-5 यूनिट की ऊर्जा पैदा करता है जिससे दिन में लगभग 150 फोन चार्ज हो सकते है। ग्रीनअसेट डाट इन के सीईओ रोमिक राय बताते हैं कि “इस सिस्टम को ईंस्टाल करने के बाद काफी लोग जिज्ञासा के साथ इसकी तरफ खींचे चले आए और इसके बारे में और इसके फायदे जानने के बाद इसको इस्तेमाल करना शुरु भी कर दिया।” रोमिक राय कहते हैं कि “हमारी कंपनी का पहला मोटो है क्लीन एनर्जी को प्रमोट करना साथ ही वेस्ट मैनेजमेंट और ईको फ्रेंडली प्रोडक्ट के इस्तेमाल से वातावरण को स्वच्छ और शुद्ध बनाना।”
रोमिक राय जो एक सफल कारपोरेट जिंदगी छोड़कर अब स्वच्छ और ईको फ्रेंडली वातावरण के लिए काम कर रहें वह कहते हैं कि “यह किसी एक की नहीं बल्कि हर किसी की जिम्मेदारी है कि अपने आसपास और अपने वातावरण को स्वच्छ और साफ-सुथरा रखें।” इस सिस्टम के बारें में बात करते हुए बताते हैं कि “यह 1 किलो वाट का सिस्टम 50:50 भागों में बंटा हुआ है जिसमें 500 वाट विंड एनर्जी के लिए है और 500 वाट सोलर एनर्जी के लिए हैं।”
इस कंपनी ने इस सिस्टम के अलावा भारत के पहले कार्बन न्यूट्रल इंटरनेशनल चिड़ियाघर कम सफारी में तीन विंड एनर्जी जेनेरेटर का निर्माण भी किया है जो हल्द्वानी में है।रोमिक का मानना है कि अपनी पहल के जरिए वो युवाओं को एक संदेश देना चाहते हैं कि वह ज्यादा से ज्यादा कार्बन न्यूट्रल लाईफ जीए और अपने आसपास लोगों को भी इसके लिए जागरुक करें। कंपनी आने वाले समय में देहरादून मसूरी रोड पर एक और विंड एनर्जी जेनेरेटर को ईंस्टाल करने जा रही है। इसके अलावा शहर के बहुत से स्कूलों के साथ कोलेबोरेशन करने के बारे मे भी काम चल रहा है जिससे इन सभी एनर्जी का इस्तेमाल कर सकें और वातावरण में मौजूद ऊर्जा को इको फ्रेंडली तरीके से इस्तेमाल किया जा सके।