सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की कैप्टन शिवा चौहान को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर कुमार पोस्ट में तैनात किया गया है। वह सेना की ऑपरेशनल पोस्ट पर तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं हैं। उन्हें कुमार पोस्ट में अपनी पोस्टिंग से पहले कठिन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा।
भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके मंगलवार को जानकारी दी गई कि फायर एंड फ्यूरी सैपर्स की कैप्टन शिवा चौहान को ऑपरेशनल कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया है। यह भी बताया गया कि वह सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान में सक्रिय रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। कॉर्प्स ने एक फोटो साझा करके ट्विटर पोस्ट में शिव के पराक्रम का जश्न मनाते हुए कैप्शन दिया है- ‘कांच की छत को तोड़ना।’
सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान है, जहां भारत और पाकिस्तान ने 1984 के बाद से रुक-रुक कर लड़ाई लड़ी है। सितंबर, 2021 में सियाचिन ग्लेशियर पर 15,632 फीट की ऊंचाई पर स्थित कुमार पोस्ट पर पहुंचने पर आठ विकलांग लोगों की एक टीम ने विश्व रिकॉर्ड बनाया था। अपना पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए टीम ने 01 सितम्बर को सियाचिन बेस कैंप से चढ़ाई शुरू की थी। चढ़ाई के दौरान दृष्टिबाधित और पैर से विकलांग टीम को ग्लेशियर की गहरी दरारों, बर्फीले हिमनदों की जलधाराओं ने विशेष रूप से चुनौती दी।
दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र माना जाने वाला सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे कठोर इलाकों में से एक है। वहां का तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस नीचे रहता है। सियाचिन ग्लेशियर हिमालय में पूर्वी काराकोरम रेंज में स्थित है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा समाप्त होती है। काराकोरम रेंज हिमाच्छादित हिस्से में यूरेशियन प्लेट को भारतीय उपमहाद्वीप से अलग करता है, जिसे कभी-कभी ‘तीसरा ध्रुव’ भी कहा जाता है। यह दुनिया के गैर-ध्रुवीय क्षेत्रों में दूसरा सबसे लंबा ग्लेशियर है।