तमाम सरकारी दावों के बावजूद जल रहे हैं उत्तराखंड के जंगल

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कुमाऊं और गढ़वाल में कई जगहों पर जंगलों के धधकने का सिलसिला जारी है। जंगलों में लगी आग से तपिश बढ़ गई है। वनाग्नि से काफी वन संपदा राख हो गई है। चंपावत जिले में फायर सीजन में अब तक वनों में आग की 18 घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें करीब 35 हेक्टेयर जंगल जल गए हैं। अकेले देवीधुरा और भिंगराड़ा रेंज में करीब 30 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल आग की भेंट चढ़ चुके हैं। वहीं, जंगल की आग से चपेट में आने से अल्मोड़ा जिले में धौलादेवी ब्लॉक के अंतर्गत राजकीय इंटर कालेज द्यूनाथल के निकट स्थित चार कमरों का मकान जलकर राख हो गया है। संयोग रहा कि उस समय मकान में कोई नहीं था।

कपकोट में झोपड़ा, जालेख, गडेरा, दूणी, नेली के जंगलों में आग धधकी है। इधर, बैजनाथ रेंज में कौसानी, लौबांज के जंगलों में दोपहर बाद एकाएक आग लग गई।  गरुड़ के एसडीएम सुंदर सिंह, व्यापार संघ के नगर अध्यक्ष अखिल जोशी आजाद और राजस्व कर्मियों ने लौबांज में कुछ देर पिरुल हटाकर खुद आग बुझाई। एसडीएम ने बताया कि आग की घटना को वन विभाग हल्के में ले रहा है। एसडीएम ने वन विभाग की लापरवाही के संबंध में डीएम को लिख दिया है। गढ़खेत रेंज के जंगलों में लगी आग को वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के मदद से नियंत्रित कर लिया है। बैजनाथ, गढ़खेत रेंज के जंगल सोमवार रात से धधक रहे थे। नरग्वाड़ी, तिलसारी, उड़खुली के ग्रामीणों ने बताया कि काकड़ों का एक झुंड गांव में घुस गया।

पिथौरागढ़ मुख्यालय से सटे जंगलों से लेकर बेड़ीनाग, कनालीछीना, थल, अस्कोट, नाचनी, गंगोलीहाट, गणाई, डीडीहाट, उच्च हिमालयी क्षेत्र मुनस्यारी और धारचूला तक जंगलों में आग लगी है।  वनाग्नि के चलते तल्ला जोहार में डेढ़ हेक्टेयर क्षेत्र में फैले आंवला, हरड़ आदि फलदार प्रजाति के पेड़ जल गए हैं। पाटी (चंपावत) क्षेत्र के जंगल पिछले पांच दिनों से जल रहे हैं। वन विभाग जंगलों में लगी आग पर काबू पाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है। सोमवार रात धूनाघाट बीट में मेल्टा, बसौट, गहतोड़ा, फटकशिला, बलदीकिला, पाटी बीट में किमाड़ीधार, तोलीधार, नैनीधार, रानीचौड़ के थुवामौनी, सुनडुंगरा, जौलामेल, पटनगांव, माराकुली के जंगलों में, देंवीधुरा रेंज में गर्सलेख के जंगल, मूलाकोट, भुय्यां, मज्याप, नैलोड़ी, रैंगल बैंड, ढोलीगांव, पारस, बसान, देवीधुरा के आस-पास के जंगलों में आग ने तांडव मचाया हुआ है। वन पंचायत मजेला (धानाचूली नैनीताल)के जंगलों में मंगलवार को सुबह से लगी आग को वन विभाग ने ग्रामीणों के साथ मिलकर दोपहर बाद काबू पा लिया।

आग लगाने वालों की सूचना देने पर मिलेगा इनाम 
हरिद्वार में जंगल में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। जिलाधिकारी दीपक रावत ने जंगल में आग लगाने वालों के बारे में सटीक सूचना देने वालों  को दस हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।    जिलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि सभी क्षेत्रों में आग से निपटने के लिए क्रू स्टेशन स्थापित किए गए हैं। वन विभाग के साथ ही पुलिस और आपदा नियंत्रण का भी कंट्रोल रूम काम कर रहा है। कहीं भी आग लगने की सूचना दी जा सकती है। जिलाधिकारी ने बताया कि कई बार कुछ लोग जानबूझकर भी जलती हुई बीडी, सिगरेट आदि फेंककर आग लगा देते हैं। ऐसा करना अपराध है। उन्होंने जनता से सहयोग मांगते हुए कहा कि इस तरह आग लगाने वालों के बारे में तत्काल प्रशासन को सूचना दें। आग लगाने वालों के बारे में प्रशासन को सूचना देने वाले लोगों को दस हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा, लेकिन झूठी सूचना देने पर कार्रवाई भी की जाएगी।