मंगलवार दोपहर जबसे ये ख़बर आई की लैंसडाउन के डीएफओ मयंक शेखर झा को शासन ने हाई प्रोफाइल गिरफ्तारियों के मामले के चलते निलंबित कर दिया है तभी से प्रदेश की राजनीति भी गर्मा गई। मामला बड़े उद्योगपतियों से जुड़ा था इसलिये राजनीतिक दलों ने प्रतिक्रिया संभल कर दी। लेकिन डीएफओ के समर्थन में राज्य के वन कर्मचारी खुल कर सामने आये। विभिन्न वन कर्मचारी संगठनों ने एक हस्ताक्षर कैंपेन चलाकर सरकार को इस कदम को वापस लेने के लिये अल्टिमेटम दे दिया। इस मामले में वन विभाग के तमाम संगठनों ने मंगलवार को कोटव्दार में एक आपात बैठक की।इस बैठक में सर्वसम्मति से कहा गया कि:
- मयंक शेखर एक ईमानदार वन अधिकारी हैं
- उक्त मामले में बिना सही जांच के लिये गया ये फैसला एक तरफा है
- इस फैसले को सरकार को तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिये
- ऐसे कदमों से अधिकारियों कर्मचारियों के मनोबल पर बुरा असर पड़ेगा और वो ईमानगदारी से अपनी ड्यूटी नहीं कर पायेंगे
वन कर्मचारी संगठनों ने सरकार को इस बाबत एक ज्ञापन भी दिया है और अपनी मागों पर एक्शन के लिये सरकार को 4 जनवरी तक का समय दिया है। इसके बाद कर्मचारी संगठनों ने राज्यभर में अनशन और कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि उद्योगपति समीर थापर और उनके 15 साथियों को पुलिस ने बीती 31 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। इनमें एक शख्स फिल्म जगत की जानी-मानी हस्ती के करीबी रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। छापे में गेस्ट हाउस के कमरों से अत्याधुनिक हथियार, जिंदा कारतूस और शराब की बोतलें बरामद हुईं। गिरफ्तार लोगों के खिलाफ जंगल में हथियार ले जाने, आरक्षित वन क्षेत्र में बिना अनुमति टेंट लगाने के साथ ही शराब रखने का मुकदमा दर्ज किया गया है।
पौड़ी के एसएसपी मोहसिन मुख्तार ने बताया कि कुछ लोगों के फौज की वर्दी में स्वचालित हथियारों के साथ जंगल में घुसने और वहां वन्य जीवों का शिकार करने की आशंका की सूचना मिली थी। इसके चलते लैंसडोन वन प्रभाग के कोल्हूचौड़ विश्राम गृह पर छापा मारा गया। यहां मोहिंदर सिंह के नाम से तीन कमरे बुक थे, लेकिन सभी लोग परिसर में टेंट लगाकर ठहरे हुए थे।
- तलाशी में विश्राम गृह के एक कमरे से
- शराब की 171 बोतलें और
- दूसरे कमरे से जर्मन निर्मित 300 बोर रायफल,
- 23 जिंदा कारतूस, टेलीस्कोप बरामद हुए
- वहां मौजूद आरिफ खान नामक व्यक्ति के कब्जे से 375 बोर के 15 कारतूस बरामद मिले
- मौके से कच्चा-पक्का मांस भी मिला, जिसे परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है
इस मामले में पुलिस ने समीर थापर , जयंत नंद , मनोज सहगल , सिद्धार्थ, आरिफ हुसैन, पंचकुला निवासी रोहित सिंह डागर, बिहार निवासी राजकमल, दिल्ली निवासी सुनील कुमार, राहुल राव, नरेंद्र आनंद, राजीव खन्ना, करनाल (हरियाणा) निवासी रणदीप मान व उनका भाई स्वर्णदीप, सुरजीत सिंह मान, होशियारपुर (पंजाब) निवासी मोहिंदर सिंह, अमृतसर (पंजाब) निवासी राजीव जैन और चंडीगढ़ निवासी रोमी भट्ट को गिरफ्त़ार किया है।
मामला हाईप्रोफाइल होने के चलते पुलिस घंटों पसोपेश में रही, मुकदमा की कार्यवाही पूरी करने में ही चार घंटे से ज्यादा का वक्त लग गया। इसके लिए उन्हें वन काननू की किताबों के पन्ने भी उलटने पड़े। फिलहाल अदालत ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।