विदेशी पर्यटकों को उत्तराखंड में आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा और कुंभ मेले के दौरान विशेष छूट दिए जाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में पर्यटन विभाग ने सभी देशों के दूतावास के अलावा टूरिज्म डिपार्टमेंट को सर्कुलर जारी कर दिया है। इसी सीजन से यह छूट विदेशी पर्यटकों को दी जाएगी।
राज्य के पर्यटक और धार्मिक स्थलों तक विदेशी पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाने के लिए सरकार ने नई पहल की है। पिछले माह मुख्यमंत्री से मिलने आए मॉरिशस के पर्यटकों ने राज्य में सुविधाएं न मिलने की बात कही थी। इस पर सरकार ने पर्यटन विभाग को विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए। पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल विकास निगम, कुमाऊं मंडल विकास निगम के अलावा सरकारी बंगलों, गेस्ट हाउस में निवास करने और निगमों के वाहनों का उपयोग करने पर विशेष छूट देने का निर्णय लिया है।
इस संबंध में पीक सीजन में भ्रमण पर आने वाले विदेशी पर्यटकों को विश्राम करने पर 25 फीसद और ऑफ सीजन में 35 फीसद छूट दिए जाने का निर्णय लिया है। इसी तरह निगम के वाहनों का उपयोग करने पर भी 35 से 40 फीसद छूट दिए जाने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में राज्य के पर्यटन विभाग ने सभी देशों के दूतावास के अलावा टूरिज्म डिपार्टमेंट को छूट संबंधी सर्कुलर भेज दिया है। यह सर्कुलर राज्य की सभी टूर एंड ट्रैवलर एजेंसी को भी जारी कर दिया गया है। ताकि विदेशी पर्यटकों को यहां आने के लिए प्रेरित किया जा सके।
आरती के लिए नहीं दोना होगा शुल्क: गढ़वाल मंडल विकास निगम विदेशी पर्यटकों को ऋषिकेश, हरिद्वार और अन्य गंगा तटों वाले कस्बों में गंगा आरती में शामिल होने को भी आकर्षित करेगा। आरती में शामिल होने के लिए विदेशी पर्यटकों को कोई अलग से शुल्क नहीं देना होगा।
गाइड के साथ ही टीचर भी फ्रीः जीएमवीएन के ऋषिकेश स्थित बंगलों में स्टे के दौरान विदेशी पर्यटकों को योगा की कक्षाएं भी दी जाएंगी। इसके अलावा चारधाम यात्रा भ्रमण के दौरान निगम के टूर पैकेज लेने पर निश्शुल्क गाइड की व्यवस्था रहेगी।
अपर सचिव पर्यटन नीरज खैरवाल ने बताया कि मॉरिशस के पर्यटकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान यह छूट दिए जाने का सुझाव रखा था। इसके बाद सरकार ने निगम के बंगलों और वाहनों के उपयोग पर विदेशी पर्यटकों को छूट दिए जाने का निर्णय लिया है। इसका सर्कुलर जारी कर दिया है।