पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अंबरीश कुमार का लंबी बीमारी के चलते देररात निधन हो गया। दो महीने तक वह मैक्स अस्पताल में भर्ती रहे। अंबरीश कुमार के निधन से उनके चाहने वालों को बड़ा झटका लगा है। हरिद्वार में जनता के बीच वह भाईजी के नाम से विख्यात थे।
अंबरीश कुमार का राजनीतिक सफर भी काफी लंबा रहा है। उत्तराखंड पृथक राज्य बनने से पूर्व उत्तर प्रदेश विधानसभा में उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक भी चुना गया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अंबरीश कुमार हरिद्वार लोकसभा सीट से रमेश पोखरियाल निशंक के खिलाफ चुनाव लड़े थे। इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
अंबरीश कुमार कोरोना की चपेट में आकर पिछले कई दिनों से वह बीमार चल रहे थे। दिवगंत अंबरीश कुमार के निधन पर हरिद्वार सांसद और पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी ट्वीट कर शोक जताया है। निशंक ने ट्वीट में कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अंबरीश कुमार का निधन दुखद है। वे एक अनुभवी राजनेता थे। मैं भगवान बद्री केदार जी से पुण्य आत्मा की शांति एवं परिजनों को धैर्य प्रदान करने हेतु प्रार्थना करता हूं।
हरिद्वार की सियायत में अंबरीश कुमार एक जाना-माना चेहरा रहे हैं। उत्तराखंड पृथक राज्य बनने के बाद भी वह जन समस्याओं को लेकर काफी मुखर रहे। साल 2011 में वह सपा छोड़कर फिर कांग्रेस में शामिल हो गए। हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले अंबरीश कुमार ने साल 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार मिली। उनके निधन से उनके चाहने वालों में शोक की लहर है। बुधवार को उनका अंतिम संस्कार कनखल स्थित श्मशान घाट पर किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके चाहने वालों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्हें अंतिम विदाई दी।