दुखदः बागेश्वर फूड प्वाइजनिंग मामले में मरने वालों की संख्या पहुंची चार

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जनपद के बास्ती गांव में बिषाक्त भोजन खाने से बीमार पड़े सैकड़ों लोगों में से एक और महिला ने सोमवार को हल्द्वानी मेडिकल कालेज अस्पताल में दम तोड़ दिया है। इसके साथ ही फूड प्वाइजनिंग से मरने वालों की संख्या चार हो गई है। जबकि अभी भी करीब एक दर्जन की हालत गंभीर बनी हुई है। बता दें कि शुक्रवार को बास्ती गांव में शादी में खाना खाने से करीब 243 से अधिक घराती और बराती फूड प्वाइजनिंग से बीमार पड़ गए थे। जिनमे से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।

बागेश्वर में इस घटना के बाद गठित जांच कमेटी ने भोजन के नमूने जांच के लिए रुद्रपुर प्रयोगशाला में भेज दिए हैं। जबकि पुलिस एवं राजस्व विभाग की टीम फॉरेसिंक जांच के नमूना लेना ही भूल गई है। बास्ती एवं गडेरा समेत कई गांवों में अभी भी स्थिति खराब ही है। स्थानीय लोगों ने सीएम के अभी तक कुशल क्षेम पूछने के लिए न आने एवं मुआवजे का एलान न करने की आलोचना की है।

सोमवार सुबह हल्द्वानी मेडिकल कालेज गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती फूड प्वाइजनिंग से पीड़ित खिमूली देवी (60) पत्नी फकीर सिंह ने दम तोड़ दिया है। फकीर सिंह भी अस्पताल में ही भर्ती है। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या चार हो गई है। जबकि अभी यहां करीब एक दर्जन मरीजों की स्थिति चितांजनक बनी हुई है।

बागेश्वर से मिली जानकारी के अनुसार बास्ती, सनगाड़ एवं गडेरा में अभी भी स्थिति खराब ही चल रही है। पीड़ितों का कहना है कि सीएम ने हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में पीड़ितों से मिलकर औपचारिकता पूरी की है। जबकि सीएम को अब तक आ जाना चाहिए था। उन्होंने मुआवजा का एलान न करने की भी आलोचना की है। लोगों का कहना है कि सीएम जश्न से जुड़े कार्यक्रमों में तो जा सकते हैं, लेकिन पीड़ितों का हालचाल जानने नहीं आ सकते हैं।

इस बीच बेरीनाग में सोमवार को सात मरीज भी रिलीव कर दिए गए हैं। सातों मरीज अपने गांव चले गए हैं। इससे पहले इन मरीजों से आज पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट एवं राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. धन सिंह बिष्ट ने मुलाकात की।