जसपुर- जीरो टालरेंस की सरकार में एक और फर्जीवाडे का खुलासा हुआ है यहां तो प्रधानमंत्री की योजना पर ही पलीता लगा दिया गया और अपात्रों को ही पात्र बताकर योजना की धनराशि ही वितरित कर दी गयी, जिसकी जांच में पुष्टी हुई तो अब रिकवरी करने में अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नगर पंचायत महुआडाबरा ने तीन अपात्रों को चेक वितरित कर दिए गए। निरीक्षण के दौरान मामला जब एसडीएम के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल इन चेकों को कैंसल करवा दिया। एसडीएम ने संबंधित अधिकारी को अपात्रों से धनराशि की रिकवरी के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवासहीन, किरायेदार, कच्चे मकान एवं खाली प्लॉट में रहने वाले गरीब व बेसहारा लोगों को सरकारी मदद के जरिये भवन निर्माण कराने के लिए धनराशि प्रदान की जाती है। योजना के तहत बनने वाले भवन के लिए केंद्र सरकार ने नगर पंचायत महुआडाबरा में 370 लाभार्थियों को लाभ दिए जाने की स्वीकृति हुई। पहली किस्त के रूप में प्रति लाभार्थी को बीस हजार रुपये के चेक दिए गए। लाभार्थी को तीन किस्त के जरिये दो लाख रुपये दिए जाने हैं। जिससे गरीब अपना भवन निर्माण कर सके, लेकिन यहां कई उन लोगों को भी योजना के चेक वितरित कर दिए गए जो पात्र नहीं थे।
इसकी शिकायत जब एसडीएम दयानंद सरस्वती को मिली तो उन्होंने निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम को नगर पंचायत महुआडाबरा के वार्ड बारह में तीन लाभार्थी ऐसे मिले जिनके पहले से मकान हैं। यह देख एसडीएम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ईओ हरिचरन सिंह को उनके चेक कैंसल करने की संस्तुति कर दी और पैसे की रिकवरी कराने के निर्देश दिए।