बद्रीनाथ, गंगोत्री धाम के साथ कई निशुल्क तीर्थाटन कर सकेंगे वरिष्ठ नागरिक

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देहरादून, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने राज्य के वरिष्ठ नागरिकों के लिए चलाई जा रही पंडित दीनदयाल मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना में वरिष्ठ नागरिकों को अब पूर्व में निर्धारित धामों के अतिरिक्त कई धामों के दर्शन करायेगा। जिनमें कलियर शरीफ (हरिद्वार) तारकेश्वर (पौड़) कालीमठ (रूद्रप्रयाग) जागेश्वर (अल्मोड़ा) गैराड़ गोलू (बागेश्वर) गंगोलीहाट (पिथौरागढ़) महासू देवता हनोल (देहरादून) कालिंका (पौड़ी गढ़वाल) ज्वाल्पा (पौड़ी गढ़वाल) आदि धार्मिक स्थलों के निशुल्क यात्रा के अवसर मिल सकेगा। योजना के अंतर्गत उत्तराखंड के वरिष्ठ नागरिक जिला पर्यटन विकास अधिकारी कार्यालयों में अपना पंजीकरण भी करवाकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। पंजीकरण पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किए जाएंगे।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि, “राज्य के जो वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य तथा मौसम संबंधी कारणों के चलते अत्यधिक ऊंचाई वाले स्थानों की यात्रा नहीं कर पाते हैं वह भी अब इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।योजना के अंतर्गत सभी धर्मों के पवित्र स्थलों को सम्मिलित किया गया है ताकि अधिक से अधिक वरिष्ठ नागरिक बगैर किसी का सहारा लिए तीर्थ यात्रा के अपने सपने को साकार कर सकें।  नए स्थानों को योजना में शामिल करने से उन्हें पर्यटक मानचित्र में स्थान मिलेगा। साथ ही स्थानीय व्यवसायियों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे।”

गौरतलब हो कि पूर्व में मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ नाम से संचालित की जा रही थी। इस योजना का नाम वर्तमान में पंडित दीनदयाल मात्र पित्र तीर्थाटन योजना है। जिसके अंतर्गत अब तक बद्रीनाथ धाम, गंगोत्री धाम, नानकमत्ता एवं रीठा-मीठा साहिब आदि स्थानों की निशुल्क यात्रा करवाई जा रही थी। नये स्थानों को योजना में सम्मिलित किए जाने से राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को अब तीर्थ यात्रा के लिए अत्यधिक विकप विकल्प उपलब्ध हो सकेंगे।