देहरादून। गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने संघर्ष स्थल पर 100 दिन का धरना पर ‘गैरसैण पर वार: आर-पार’ आंदोलन की मंगलवार को धमाकेदार शुरुआत की। गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान ने गैरसैण राजधानी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक साथ भारत की केंद्र सरकार और उत्तराखंड की प्रादेशिक सरकार को अपने ज्ञापनों के माध्यम से झकझोरने का प्रयास किया।
मंगलवार सुबह 10:30 बजे आर-पार आंदोलन का खुलासा करते हुए गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान के अभियानकर्मी 10 से 15 की संख्या में टीमों गठित कर राजभवन में राजयपाल, मुख्यमंत्री आवास पर माननीय मुख्य मंत्री, विधानमंडल भवन पर विधान सभा अध्यक्ष और उत्तराखंड सचिवालय में मुख्य सचिव को ज्ञापन देने पहुंच गए। गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान की भिन्न भिन्न टीमों ने वहां पर पहुचकर गैरसैण राजधानी बनाने संबंधी ज्ञापन सरकार को सौंपे। राजभवन व मुख्य मंत्री आवास पहुंची टीम में राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, इंजीनियर आनंद प्रकाश जुयाल, रणवीर सिंह चौधरी, हेमलता पंत, समीर मुंडेपी, प्रवीन गुसांई, रविंद्र प्रधान, जबरसिंह पावेल प्रकाश गौड़, अंकित बिष्ट, संदीप काला, रोहित ध्यानी, कुलदीप सेमवाल, संदीप काला व आर्यन सेमवाल थे।
राजभवन में राज्यपाल के एडीसी मेजर मुदित सूद व मुख्य मंत्री कार्यालय में ओएसडी जगदीश चन्द्र खुल्बे ने गैरसैंण संबंधी ज्ञापन लिया। विधान सभा पहुंची टीम में वीरेन्द्र सिंह रावत, लसुन टोडरिया, राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, गीता बिष्ट, सुशील सैनी, जगदंबा प्रसाद मैठाणी, आरिफ हुसैन, संजय थपलियाल, सुभाष रतूडी, भार्गव चंदोला, सुमन नेगी, आदित्य डोभाल, अभिषेक डंगवाल, जयकृत कंडवाल, ज्योत्सना असवाल, नीरज गौड थे। यहां पर गैरसैंण संबंधी ज्ञापन डिप्टी मार्शल लक्ष्मण सिंह रावत ने लिया। मुख्य सचिव को प्रेषित ज्ञापन को देने वालों में मदन सिंह भंडारी, मोहन सिंह भंडारी, रेणु नेगी, संजय भट्ट, सुरेश नेगी, चारू तिवारी रहे| यहाँ पर ज्ञापन संयुक्त सचिव कुरविंदर सिंह ने ग्रहण किया। गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान के अभियानकर्मियों ने इसके संघर्ष स्थल पर पहुंचकर सुक्षम जनसभा की जिसको गोर्खाली सुधार सभा का उपाध्यक्ष पूजा सुब्बा, देव सिंह रावत, रणवीर सिंह चौधरी, पूर्व सैनिक माधवानंद बंदूनी, रघुवीर बिष्ट, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, कमला पंत, रेणु नेगी आदि ने संबोधित किया।
सभा के बाद सभी अभियानकर्मियों ने विधायक हॉस्टल के लिए कूच प्रारम्भ किया। जोश-खरोश से लबरेज गैरसैंण अभियानकर्मी पैदल मार्च करते हुए व नारे लगाते हुए विधायक हॉस्टल के गेट तक पहुंच गए| यहां पहुंचकर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने गैरसैंण के संबंधित ज्ञापन भारत के राष्ट्रपति, भारत के प्रधानमंत्री, स्पीकर लोक सभा, स्पीकर राज्य सभा, भारत के गृहमंत्री, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश व उत्तराखंड के उच्च न्यायलय के मुख्य न्यायधीश को प्रेषित किए। केन्द्र सरकार को भेजा प्रशासन की ओर से नगर मैजिस्ट्रेट लक्ष्मी राज चौहान ने प्राप्त किया व ज्ञापन राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी द्वारा पढ़ा गया।
यह रहे कूच में शामिल
कूच के दौरान मदन सिंह भंडारी, मोहन सिंह भंडारी, रेणु नेगी, संजय भट्ट, सुरेश नेगी, चारू तिवारी, पूजा सुब्बा, देव सिंह रावत, रणवीर सिंह चौधरी, पूर्व सैनिक माधवानंद बंदूनी, रघुवीर बिष्ट, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, कमला पंत, वीरेन्द्र सिंह रावत, लसुन टोडरिया, राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, गीता बिष्ट, सुशील सैनी, जगदंबा प्रसाद मैठाणी, आरिफ हुसैन, संजय थपलियाल, सुभाष रतूडी, सुमन नेगी, जयकृत कंडवाल, अादित्य डोभाल, अभिषेक डंगवाल, ज्योत्सना असवाल, भार्गव चंदोला, राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी, योगेश भट्ट, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, इंजीनियर आनंद प्रकाश जुयाल, रणवीर सिंह चौधरी, हेमलता पंत, समीर मुंडेपी, प्रवीन गुसांई, रविन्द्र प्रधान, जबरसिंह पावेल प्रकाश गौड़, अंकित बिष्ट, गीता बिष्ट, रोहित ध्यानी, आर्यन सेमवाल, कुलदीप सेमवाल, अल्मोड़ा से आए पूरण सिंह मेहरा, बीपी ममगाई, भगवती प्रसाद थपलियाल, जसपाल सिंह भंडारी, जगत सिंह भंडारी, शीला रावत, राजपाल सिंह असवाल, अनिल रावत, शकुंतला गुसांई, पुष्कर नेगी, रूपेन्द्र, प्रदीप सती, जयकृत कंडवाल, प्रदीप कुंवर, पीसी थपलियाल, सुशील विरमानी, आरिफ खान, हरीश मैखुरी, उदवीर सिंह पंवार, सुरेश नेगी, नीरज गौड़, वीरेश चौधरी, कमल कांत, बॉबी पंवार आदि शामिल रहे।