ऋषिकेश, पहाड़ों में लगातार हो रही वर्षा के कारण अलकनंदा और भागीरथी गंगा नदी उफान पर है, जिसके कारण ऋषिकेश का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। प्रशासन ने गंगा तटों पर रहने वाले सभी नागरिकों से अपील की है कि वह शीघ्र सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
केंद्रीय जल आयोग के अधिशासी अधिकारी विक्रम सिंह पाल का कहना है कि दोपहर एक बजे गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है और यह जल लगातार अलकनंदा नदी में बढ़ने के कारण बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह 09 बजे 338.86 मिली मीटर 10 बजे 338.95 मिली मीटर 12 बजे – 339.50 मिली मीटर था जबकि खतरे का निशान- 340.50 मिली मीटर है। लेकिन दोपहर एक बजे यह उसे भी पार कर गया। जिसकी सूचना हरिद्वार प्रशासन को भी दे दी गई है।
उप जिलाधिकारी हरि गिरि ने गंगा तटों के किनारे रहने वाले झुग्गी-झोपड़ियों में सभी लोगों को हाई अलर्ट कर उन्हें अपनी झोपड़ियां छोड़े जाने की चेतावनी दे दी गई है। हरि गिरि ने बताया कि स्थानीय प्रशासन द्वारा गंगा में बढ़ रहे जल स्तर के खतरे को भांपते हुए गंगा के किनारे आश्रमों धर्मशाला व स्कूलों में लोगों के ठहरने की व्यवस्था की है।