ऋषिकेश, । पर्वतीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश से गंगा ऊफान पर है। गंगा खतरे के निशान पर बह रही है। आसमान से आफत बनकर बरस रहा पानी जल्द नहीं थमा तो उफनाई गंगा नगर की हृदय स्थली त्रिवेणी घाट पर आरती स्थल को जलमग्न कर देगी।
गंगा का जलस्तर बढ़ने से श्रद्धालुओं को भी स्नान में परेशानी हो रही है। मैदानी इलाकों में भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।
गंगा रविवार को खतरे के निशान 339.50 के समकक्ष बह रही है। स्थानीय प्रशासन ने गंगा तट पर बसे लोगों को सतर्क कर दिया है। तीर्थनगरी के तटीय इलाके में बाढ़ नियंत्रण चौकी पर तैनात कर्मियों ने मुनादी करवाई है। चीला शक्ति नहर में 22 हजार क्यूसेक पानी छोड़ चारों टरबाइनों से उत्पादन हो रहा है। पानी अधिक होने के कारण ऋषिकेश से हरिपुरकलां के बीच बसे लोगों को गंगा में न जाने की सलाह दी गई है।
तहसीलदार रेखा आर्य ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ नियंत्रण चौकियों पर तैनात कर्मियों को निगरानी बढ़ाने को कहा गया है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री और न्यूनतम 24.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। बताया गया है कि अगले 48 घंटे के दौरान अच्छी बारिश होने की संभावना है।