ऋषिकेश, भले ही गंगा के जलस्तर बढ़ने की रफ्तार कम हुई है लेकिन प्रशासन अलर्ट है। सोमवार की रात एक बजे खतरे के निशान को छूने के बाद गंगा में पानी बढऩे की रफ्तार धीमी पड़ गई है। इससे बाढ़ का खतरा फिलहाल कम हो गया है। बाढ़ संभावित इलाकों में समस्या से निपटने के लिए तैयारी की गई है।
हालांकि प्रशासन जलस्तर के कारण संभावित बाढ़ से निपटने के लिए अलर्ट है। एहतियात के तौर पर संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें सक्रिय हैं। मंगलवार को तीर्थ नगरी में सूर्य देव ने चमक बिखेरी तो गंगा का रौद्र रूप भी शांत होता दिखाई दिया। पहाड़ों पर हुई मूसलाधार बारिश से गंगा का जलस्तर तेजी से बढऩे के बाद यहां दो दिन पूर्व खतरे के निशान को पार कर गया था।
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान की ओर लगातार बढ़ता देख प्रशासन सक्रिय हो गया था। नदी किनारे बसे लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की तैयारी हो गई थी लेकिन अब तक ऐसी नौबत नहीं आई। शहर में गंगा किनारे बस्तियों में पानी घुसने के बाद बाढ़ प्रभावित जो लोग सामान समेटने की सोच रहे थे, उन्हें आज मौसम के खुलने से राहत मिली है।