विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान के अनुसार रविवार अपराह्न 12:15 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। अब मां गंगा के दर्शन अगले 6 महीने तक मुखी मठ में मायके में श्रद्धालु कर सकेंगे । मां गंगा की डोली मुखी मठ के लिए रवाना हो गई। यह जानकारी गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि मां गंगा की डोली रात्रि विश्राम मुखीमठ से 3 किलोमीटर पहले मारकंडे मंदिर में करेगी। सोमवार को भैया दूज पर डोली मुखीमठ गांव पहुंचेगी। वहां 6 महीने तक मां गंगा की पूजा होगी। उल्लेखनीय है कि कोरोना की वजह से इस बार देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान तीर्थधाम में यात्रा संचालित नहीं हो पाई। बावजूद इसके गंगोत्री धाम के दर्शन के लिए 43041और हिम्मत तीर्थ धाम के दर्शन के लिए 14089 लोग पहुंचे। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम उत्तरकाशी जनपद में हैं। दोनों धामों में 57130 सरदारों ने दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। मां यमुना के कपाट सोमवार को बंद होंगे। मां यमुना की डोली सोमवार को अपने शीतकालीन प्रवास खुशी मठ के लिए रवाना होगी।