राजधानी में बीते कुछ दिनों से चली आ रही गैस की परेशानी दूर हो गई है। इंडियन आॅयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) की ओर से मंगलवार को भी कुछ एजेंसियों को गैस दी गई। लेकिन, बैकलॉग चार दिन का होने के कारण अभी उपभोक्ताओं को राहत नहीं मिल पाई है। एसोसिएशन की मानें तो सभी उपभोक्ताओं को गैस मिलने में अभी तीन से चार दिन लग जाएंगे।
बीते दिनों गुजरात में आई बाढ़ के कारण दून में गैस की आपूर्ति ठप हो गई थी। चार दिन की किल्लत के बाद सोमवार से सप्लाई शुरू हुई। आधी एजेंसियों को 300 सिलेंडर की एक गाड़ी जहां सोमवार को उपलब्ध कराई गई, वहीं बाकी की एजेंसियों को एक-एक गाड़ी कंपनी ने मंगलवार को भेजी।
40 हजार पहुंचा गैस का बैकलॉग
गैस एजेंसियों पर चार दिन का बैकलॉग 40 हजार के करीब पहुंच गया है तो फिलहाल पिछले बुधवार की बुकिंग पर एजेंसियों ने रसोई गैस भेजी। बैकलॉग के चलते गैस एजेंसियों ने तेल कंपनियों को मेल के माध्यम से सूचना भेजते हुए अतिरिक्त गैस देने की मांग की है, जिससे बैकलॉग को शून्य किया जा सके। लेकिन, फिलहाल की स्थिति को देखते हुए अभी दून में रसोई गैस की स्थिति सामान्य होने में चार दिन लग जाएंगे।
दून एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चमनलाल ने बताया कि एजेंसियों पर गैस पहुंचनी शुरू हो गई है। अधिकांश एजेंसियों के पास पर्याप्त स्टॉक था, जिस कारण उपभोक्ताओं को ज्यादा परेशानी नहीं हुई। लेकिन अभी कई एजेंसियों पर बैकलॉग है। यदि कंपनी अतिरिक्त गैस भेजती है तो जल्द बैकलॉग की समस्या दूर हो जाएगी।
प्रमुख एजेंसियों का बैकलॉग
एजेंसी, बैकलॉग
वैली गैस, 1200
सत्यशील, 1100
चुघ गैस, 1200
यूरेका गैस, 1300
अनिल गैस, 700