देहरादून: हम में से जो लोग उत्तराखंड की अपार ख़ूबसूरती को गाड़ी के सफ़र से अनुभव करना चाहते हैं, उनके लिये यह ख़बर उत्साहित करने वाली है। गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) ने “मोटरहोम्स” के नाम से नई सुविधा पर्यटकों के लिये शुरू कर दी है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज नें इन मोटरहोम को हरी झंडी दिखाकर इस सेवा की शुरुआत की । इसके अंतर्गत, निगम ने अपनी दो 27 सीटर गाड़ियों को रीडिजाइन कर उन्हें मोटरहोम की शक्ल दी है। इन मोटरहोम में सैलानियों की सुख-सुविधा और आराम का पूरा ध्यान रखा गया है।
मुनि की रेती स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिसोर्ट में उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने औली रोपवे एवं आनलाइन बुकिंग वेबसाइट का शुभारंभ कर कैरा वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सतपाल महाराज ने कहा कि “गढ़वाल मंडल विकास निगम अपने संसाधनों से पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है। ऐसी बसों से देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों की यात्रा सुगम हो जाएगी। निगम की पहल सराहनीय है।”
इस अवसर पर गढ़वाल मंडल विकास निगम के प्रबंधन निदेशक डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि “अभी कैरावैन गंगा रिसोर्ट से तिलवाड़ा ,कालेश्वर, चीला ,कण्व आश्रम, तथा लैंसडाउन मार्ग पर चलेगी। पर्यटक को प्रतिदिन 200 किलोमीटर के हिसाब से 14000 रुपये देने पड़ेंगे। यदि पर्यटक दो रात तीन दिन का पैकेज लेगा तो उसे 42000 रुपये खर्च करने होंगे। बस में डबल बेड, लैट्रिन, बाथरूम, डाइनिंग टेबल और टीवी जैसी सुविधाएं हैं।“
हालाँकि यह राज्य में अपनी तरह का पहला प्रयोग है लेकिन, जीएमवएन के एमडी डॉ आशीष चौहान का कहना है कि यह पहल राज्य में आने वाले पर्यटकों को काफ़ी लुभाएगी, क्योंकि हाल के दिनों में पर्यटन और सफ़र का अंदाज काफ़ी बदल गया है और मोटरहोम इस कड़ी में अगला पड़ाव है।
इन गाड़ियों को तैयार करने में निगम को डेढ़ महीने का समय लगा और एक गाड़ी को तैयार करने की क़ीमत क़रीब नौ लाख रुपये आई। इस एक गाड़ी में तीन लोग आराम से सफ़र कर सकते हैं और इसे आधुनिक सुविधाओं की तर्ज़ पर तैयार किया गया है।इन सुविधाओं में टीवी, एक छोटा किचन, सोफ़ा और कुर्सियाँ, मॉड्यूलर किचन शामिल हैं। इसके साथ एक साइकिल स्टैंड भी दिया गया। इन वाहनों में जीपीएस की सुविधा भी है और साथ साथ आपके आराम के लिये एक वाहन चालक और हेल्पर भी मौजूद रहेगा।
जीएमवीएन उत्तराखंड की तरफ़ रुख करने वाले पर्यटकों के लिये कई नई सौग़ात लाने की तैयारी में है। निगम ने पुरानी एंबेसडर और जीप गाड़ियों को “कार-रेसट्रॉ” में बदलने पर काम शुरु कर दिया है। इनके ज़रिये निगम सैलानियों को पुराने ज़माने और पहाड़ी खान पान का दोहरा लुत्फ़ उठाने का मौक़ा देगा। इसकी शुरुआत मसूरी के पास धनौल्टी से की जायेगी।
डॉ चौहान का कहना है कि “हम इन सब पर लोगों की प्रतिक्रिया का इंतज़ार करेंगे और इसके बाद मोटरहोम्स की संख्या बढ़ाने पर विचार होगा।”
तो अगर आप उत्तराखंड आने का मन बना रहे है और इस पर्वत्तीय राज्य की ख़ूबसूरती का लुत्फ़ नये अंदाज में उठाना चाहते हैं तो ऐप गढ़वाल मंडल विकास निगम की वेबसाइट को फ़ॉलो कर सकते हैं, जहां इन मोटर होम्स के बारे मे अन्य जानकारियाँ, पैकेज, रूट, दाम आदि मौजूद है।